बराकर विद्युत कार्यालय के 2 कर्मचारियों पर लाखों रूपये गबन करने का आरोप लगा है। शुक्रवार इलेक्ट्रिक ऑफिस के सामने कई लोगों की भीड़ लग गई । सब का एक ही कहना था की जनवरी महीने से जो भी बिल देने आया उन्हें साइबर डाउन का बहाना बनाकर पैसे ले लिए जाते थे और एक सादी पर्ची पर लिख कर सिग्नेचर कर दे दिया जाता था। कहा जाता था 2/4 दिन बाद आओ, जमा राशि का स्लिप दे दिया जायेगा। किन्तु लोगों का पैसा ना जमा हुआ, ना ही उन्हें स्लिप मिला। ऐसे सेकड़ों लोग हैं। किसी का 6 हजार किसी का 15 हजार तो किसी का 2/3 हजार का बिल बकाया ही रह गया और ये दोनों कर्मचारी लोगों के पैसे पॉकेट में भरते चले गये। एक युवक ने आरोप लगाया की उक्त दोनों कर्मचारियों ने सूद पर 85 हजार रूपये लिए थे और दोनों फरार हो गये।
चूना लगाने वाले कर्मचारी का नाम सुब्रतो चटर्जी और देवाशीष मांझी बताया जा रहा है। लोगों के घरों की बिजली काटने इलेक्ट्रिक ऑफिस से लोग जाने लगे तो लोग इलेक्ट्रिक ऑफिस के सामने आ कर हंगामा करने लगे। घटना की ख़बर पा कर मोके पर पुलिस पहुंची। लोगों का आरोप है कि जानकारी होने के बाद भी इलेक्ट्रिक कार्यालय के बड़े अधिकारियों ने उक्त दोनों कर्मचारियों के विरुद्ध एफ आई आर भी नहीं किया। यहां 17 नम्बर वार्ड के भाजपा पार्षद भी पहुंचे और उन्होंने कहा कि उक्त दोनों कर्मचारी के विरुद्ध कार्यवाही हो और किसी भी उपभोक्ता के घर की बिजली नहीं कटनी चाहिए। पुलिस ने लोगों को समझाया। तब मामला शांत हुआ।