बराकर में आस्था का समंदर: बिजली की रोशनी और लोकगीतों से जगमगाया पूरा शहर

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बराकर (संजीब यादव):
लोकआस्था और प्रकृति की आराधना का प्रतीक छठ महापर्व मंगलवार को भगवान भास्कर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के माहौल में संपन्न हो गया। दो दिनों तक चला यह महापर्व बराकर और आसपास के इलाकों में भव्यता और भक्ति के संगम का प्रतीक बन गया।

पूरे बराकर क्षेत्र में दिखा पर्व का अद्भुत नजारा

छठ के पावन अवसर पर लोको लाइन, केंदुआ बाजार, लाल बाजार, सियाल डंगाल, कॉलेज रोड, स्टेशन रोड, सिमुलग्राम, एलसी रोड, रानीतालाब, संन्यासी स्थान, न्यू रोड, डीभीसी कॉलोनी, पत्थर खाद्य, इट्ट भट्टा और बोहाल सहित पूरे क्षेत्र को बिजली की रोशनी और रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया।
हर घाट पर दीपों की कतारें झिलमिला उठीं, और वातावरण में “केलवा के पात पर उगेलन सूरज देव” जैसे पारंपरिक गीत गूंजते रहे।

🕉️ लोकगीतों और भक्ति भाव से गूंजा कुल्टी-बराकर इलाका

रविवार रात से ही छठव्रती महिलाएं और श्रद्धालु पूरी रात जागरण में लीन रहे।
रातभर छठ मइया के गीतों से पूरा इलाका गुंजायमान रहा। भक्त मंडल और स्थानीय कलाकारों ने घाटों पर भक्ति संगीत का आयोजन किया, जिससे माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक बन गया।

🪔 सामाजिक संगठनों की रही सराहनीय भूमिका

विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवकों ने छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं के बीच दूध, फल, दातून, पूजा सामग्री, खीर और खिचड़ी का वितरण किया।
कई युवा संगठन और क्लबों ने घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था, सफाई और रोशनी का भी विशेष प्रबंध किया, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

🌞 सूर्योपासना के साथ संपन्न हुआ महापर्व

मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पर्व का समापन हुआ।
महिलाओं ने व्रत पूरा करने के बाद परिवार की खुशहाली और समाज की समृद्धि की कामना की।
बराकर के सभी घाटों पर भोर की लालिमा में उगते सूरज के दर्शन का दृश्य देखते ही बन रहा था।

📸 रंगीन छटा और अपार आस्था ने खींची लोगों की भीड़

इस दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई मोबाइल कैमरे में इस पवित्र क्षण को कैद करने में जुटा था।
कुल्टी-बराकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी और बिजली, पानी तथा सफाई की व्यवस्था भी दुरुस्त रही।

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