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बराकर बस स्टैंड पर सालभर से अंधेरा! प्रशासन बेखबर, यात्री बेहाल

बराकर (आसनसोल): रिपोर्ट : संजीब कुमार यादव
झारखंड से सटे पश्चिम बंगाल के सबसे व्यस्त बस स्टैंडों में से एक बराकर बस स्टैंड आजकल अंधेरे के साए में जी रहा है। एक ओर जहां रोजाना सैकड़ों बसें और ऑटो यहां से रवाना होती हैं, वहीं दूसरी ओर यहां की स्ट्रीट लाइटें पिछले एक साल से बंद पड़ी हैं।

शाम ढलते ही अंधेरे में डूब जाता है पूरा इलाका:
हनुमान चढ़ाई से लेकर ओरिएंटल लॉज तक पूरे क्षेत्र में एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं जलती। यात्रियों को डर, असुरक्षा और शराबियों के उत्पात से जूझना पड़ता है। महिला यात्रियों के लिए तो यह जगह और भी असुरक्षित हो जाती है।

स्थानीय लोगों की जुबानी:
बस कंडक्टर अशोक सिंह का कहना है, “सबसे ज्यादा परेशानी महिला यात्रियों को होती है, रात में वे असुरक्षित महसूस करती हैं।”
वहीं ड्राइवर जयचंद दत्ता ने बताया, “पहले जब लाइट जलती थी तो बस स्टैंड जगमग करता था, अब मायूसी का आलम है।”

लाइट बंद होने से होती हैं ये परेशानियां:

  • यात्रियों को डर के माहौल में बस पकड़नी पड़ती है
  • अंधेरे का फायदा उठाकर चोरों ने डीज़ल और पार्ट्स चोरी किए हैं
  • शराबी अंधेरे में खुलेआम नशा करते हैं
  • स्थानीय एजेंट रवि प्रसाद ने बताया, “कई बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं।”

राजनीतिक उपेक्षा पर गुस्सा:
बस ड्राइवर मुन्ना सिंह ने तंज कसते हुए कहा, “हर महीने कोई ना कोई नेता भाषण देने आता है, लेकिन इस मूल समस्या की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता।”

प्रशासन का बयान:
कुल्टी ब्लॉक INTTUC अध्यक्ष बाबू दत्ता का कहना है, “अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं आई है, शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।”

ghanty

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