बराबनी क्षेत्र के बालीयापुर गांव में बाउरी समाज ने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष सामाजिक पहल के तहत छात्रों को पाठ्यपुस्तकें, नोटबुक, पेंसिल और अन्य शिक्षण सामग्रियां वितरित कीं। इस कार्यक्रम में पांचवीं से ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों के साथ-साथ छोटे बच्चों को भी शामिल किया गया।
शिक्षा को प्रोत्साहन देने की अनूठी पहल
कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा का महत्व उजागर करना और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्रों को पढ़ाई में सहयोग देना था। बाउरी समाज के इस प्रयास से क्षेत्र के छात्रों में नई ऊर्जा का संचार हुआ।

गणमान्य लोगों की उपस्थिति ने बढ़ाया कार्यक्रम का महत्व
इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी और बाउरी समाज के सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें आस्तिक दास, परिमल बाउरी, अक्षय बाउरी, गीता बाउरी और यशोदा बाउरी शामिल थे। सभी ने छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया और इस पहल की सराहना की।

छात्रों के चेहरे पर खुशी की लहर
- छात्रों को पाठ्यपुस्तकें देकर उनकी पढ़ाई को सुगम बनाने का प्रयास किया गया।
- छोटे बच्चों को नोटबुक, पेंसिल और रबर देकर प्राथमिक शिक्षा को सरल और आकर्षक बनाने की पहल की गई।
- बच्चों के अभिभावकों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे शिक्षा के प्रति एक सकारात्मक कदम बताया।

शिक्षा के प्रति बाउरी समाज की प्रतिबद्धता
बाउरी समाज ने इस आयोजन के माध्यम से न केवल बच्चों की मदद की बल्कि समाज में शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी प्रयास किया। इस पहल से अभिभावकों को यह विश्वास हुआ कि उनके बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।

गणमान्य व्यक्तियों का संदेश:
आस्तिक दास ने कहा, “शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे समाज का विकास संभव है। बाउरी समाज का यह प्रयास छात्रों को बेहतर भविष्य देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।”