ईसीएल में वेतन संकट गहराया, केकेएससी उतरा सड़क पर— बंकोला महाप्रबंधक कार्यालय घिरा

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अंडाल/बंकोला: ईसीएल में वेतन देरी और संडे कटौती के मुद्दे ने एक बार फिर आग पकड़ ली है। बंकोला महाप्रबंधक कार्यालय के बाहर केकेएससी श्रमिक संगठन ने शुक्रवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें सैकड़ों मजदूर शामिल हुए। मजदूरों के नारों और बैनरों से पूरा कार्यालय परिसर गूंज उठा।

“समय पर वेतन हमारा अधिकार!”— मजदूरों का रोष फूटा

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे केकेएससी बंकोला के एरिया सचिव सुजीत चक्रवर्ती ने कहा कि

“पिछले कुछ महीनों से ईसीएल में वेतन समय पर नहीं मिल रहा है। हर साल 2 से 5 तारीख के बीच मजदूरों को वेतन मिलता था, लेकिन अब लगातार देरी हो रही है। इसका जवाब प्रबंधन के पास नहीं।”

उन्होंने बताया कि कुछ सप्ताह पहले JCC सदस्यों की बैठक में ईसीएल अधिकारियों ने कहा था कि
12 तारीख को आधी और 22 को पूरी सैलरी दी जाएगी।
लेकिन मजदूरों का सवाल है— “आखिर वेतन की तारीख अचानक क्यों बदल रही है? देरी की असल वजह क्या है?”

🛑 संडे कटौती पर भी भड़के मजदूर

मजदूरों ने आरोप लगाया कि संडे कटौती उनके अधिकारों पर सीधा प्रहार है।
उनका कहना है कि

“आराम के दिन तक को काट लेना ईसीएल की मनमानी है, जिसे हम किसी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे।”

👥 कई यूनिटों के नेता प्रदर्शन में मौजूद

प्रदर्शन के दौरान कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे—

  • एरिया सचिव — सुजीत चक्रवर्ती
  • एरिया अध्यक्ष — बोलाय बनर्जी
  • बंकोला कोलियरी सचिव — हरी राजभर
  • श्यामसुंदरपुर कोलियरी — जॉयदीप बनर्जी
  • संकरपुर सचिव — आशीष राय चौधरी
  • छोरा अंचल सभापति — राम चरित्र पासवान

इन सभी नेताओं ने एकमत होकर कहा—
“अगर वेतन में देरी बंद नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।”

🔥 ईसीएल में बढ़ रहा असंतोष, आगे बड़ा आंदोलन संभव

प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने चेतावनी दी कि
यदि वेतन समय पर नहीं मिला और संडे कटौती वापस नहीं ली गई, तो आने वाले दिनों में जिला स्तर से लेकर कोलफील्ड स्तर तक विशाल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

ईसीएल में वेतन संकट के चलते मजदूरों में भारी नाराज़गी है, और इस मुद्दे के जल्द हल न होने पर स्थिति और विस्फोटक हो सकती है।

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