👉 सिलीगुड़ी और मालदा में बांग्लादेशियों को होटलों में नो-एंट्री
कोलकाता : बांग्लादेश में हिंदू युवकों की हत्या और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों के विरोध में देशभर में प्रदर्शन जारी हैं। शुक्रवार की शाम को कोलकाता में हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश डिप्टी हाई कमीशन तक रैली निकाली और उसके सामने प्रदर्शन किया।
इस रैली में बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी भी 1000 साधु-संतों के साथ शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान कई संत डिप्टी हाई कमीशन के बाहर धरने पर बैठ गए। स्थिति को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने छह सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। मांगों में दीपु चंद्र दास की लिंचिंग के दोषियों और लापरवाह पुलिसकर्मियों को कड़ी सजा देने, अल्पसंख्यक समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई शामिल है।
दरअसल बांग्लादेश के ढाका में 18 दिसंबर को दीपू चंद्र दास और 24 दिसंबर को बांग्लादेश के राजबाड़ी अमृत मंडल नाम के युवकों की भीड़ ने हत्या कर दी थी। अमृत को भीड़ ने जबरन वसूली के आरोप में मार डाला।
शुभेंदु बोले- अत्याचार नहीं रुके तो 5 लाख साधु धरने पर बैठेंगे
शुभेंदु अधिकारी ने कहा- दीपू दास के साथ जो हुआ और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में करीब 1000 साधु यहां इकट्ठा हुए हैं। हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात अधिकारियों तक पहुंचाना चाहते हैं। अगर अत्याचार नहीं रुके तो गंगासागर मेले में आने वाले 5 लाख संत भी यहां आकर विरोध करेंगे।
सिलीगुड़ी और मालदा में बांग्लादेशियों को होटलों में नो-एंट्री
इस बीच बांग्लादेश से सटे सिलीगुड़ी में ग्रेटर सिलीगुड़ी होटलियर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने बांग्लादेशी नागरिकों की होटलों में एंट्री बैन करने का फैसला किया है। संगठन के संयुक्त सचिव उज्जल घोष ने कहा- हमारे लिए देश पहले है, बिजनेस बाद में। उन्होंने कहा- ”इन घटनाओं से भारत–बांग्लादेश संबंधों में तनाव बढ़ा है, इसिलए सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया। अगली सूचना तक बांग्लादेशी नागरिकों का चेक-इन बंद है। होटलों को आदेश का सख्त पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। हालात सुधरने पर समीक्षा के बाद फैसला बदला जाएगा।”
भारत को नार्थ ईस्ट के राज्यों से जोड़ने वाला सिलीगुड़ी कॉरिडोर रणनीतिक रूप से संवेदनशील है। यह कॉरिडोर भारत आने वाले बांग्लादेशी पर्यटकों और अन्य वीजा धारकों के लिए एक महत्वपूर्ण एंट्री प्वाईंट है।
एसोसिएशन के तहत सिलीगुड़ी और आसपास करीब 180 होटल आते हैं। सभी होटल फैसले का पालन कर रहे हैं। इसके अलावा, लगभग 50 ऐसे होटल जो इस संगठन के सदस्य नहीं भी हैं, वो खुद से इस आदेश का पालन कर रहे हैं।
इस बीच, पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के होटल कारोबारियों ने भी ऐसा हीं कदम उठाया है। 250 होटल सदस्यों वाले मालदा होटल ओनर्स एसोसिएशन ने बांग्लादेशी नागरिकों को ठहराने पर बैन लगा दिया है।











