बर्नपुर : बर्नपुर के ध्रुव डंगाल गुरुद्वारे में आज बाबा गुरनाम सिंह जी की पुण्यतिथि पर विशेष धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और सिख संतों ने मिलकर गुरबाणी कीर्तन और अरदास की। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने पूरे श्रद्धा भाव से बाबा जी को नमन किया और उनकी शिक्षाओं को स्मरण किया।
📌 कीर्तन समागम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, गुरु महिमा का गुणगान!

✅ कीर्तनी जत्थे के रूप में जमशेदपुर से गुरदीप सिंह निक्कू पहुंचे और उन्होंने अपने मधुर कीर्तन से संगत को मंत्रमुग्ध कर दिया।
✅ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सभी सदस्य इस भव्य आयोजन में शामिल हुए।
✅ संगत के लिए विशाल लंगर का भी आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
✅ बाबा गुरनाम सिंह जी की सेवा भावना और उनके चमत्कारी अरदास की स्मृतियों को याद किया गया।
🔥 कौन थे बाबा गुरनाम सिंह जी?

📌 1971 में इस्को (ISCO) में कार्यरत रहते हुए उन्होंने गुरुद्वारे की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
📌 कहा जाता है कि उनकी अरदास में अद्भुत शक्ति थी, जिससे श्रद्धालुओं के बिगड़े काम भी बन जाते थे।
📌 उन्होंने अपने जीवन को गुरु की सेवा और संगत की भलाई के लिए समर्पित कर दिया था।

🔹 श्रद्धालुओं की जुबानी – “बाबा जी की कृपा से हर समस्या का हल संभव!”
गुरुद्वारा प्रधान और तख्त श्री हरमंदिर जी पटना के सदस्य हरपाल सिंह जोहल ने बताया कि बाबा गुरनाम सिंह जी की सेवा भावना अद्वितीय थी। उन्होंने संगत को प्रेरित किया कि बाबा जी के बताए मार्ग पर चलकर समाज सेवा करें और गुरबाणी के ज्ञान को आत्मसात करें।