“एक बड़ी अनहोनी टल गई!” — गुरुवार दोपहर आसनसोल के सबसे व्यस्त जीटी रोड पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब सुभाष इंस्टीट्यूट के सामने अचानक एक विशाल कृष्णचूड़ा का पेड़ भरभराकर सड़क पर गिर पड़ा।
जिस समय यह हादसा हुआ, सड़क पर सामान्य ट्रैफिक था और कई वाहन वहां से गुजर रहे थे। चंद सेकंड पहले यदि कोई गाड़ी वहां से निकलती, तो जानमाल का भारी नुकसान हो सकता था।
🚨 दुकान बाल-बाल बची, कोई हताहत नहीं
गिरते पेड़ की चपेट में एक स्थानीय दुकान आ गई, लेकिन गनीमत रही कि उस समय कोई व्यक्ति बाहर या आसपास नहीं था। दुकान में मौजूद लोग सुरक्षित बच गए। स्थानीय निवासियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने इसे “ईश्वर की कृपा” बताया।
⚡ बिजली विभाग की तत्परता, प्रशासन अलर्ट मोड में
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन और बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची। एहतियातन बिजली आपूर्ति तुरंत काट दी गई ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो।
इसके बाद क्रेन और नगर निगम के कर्मचारियों ने पेड़ को हटाने का कार्य शुरू किया और कुछ ही घंटों में सड़क को साफ कर यातायात बहाल कर दिया गया।
👥 स्थानीय लोग बोले: शुक्र है बच गए!
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा:
“पेड़ काफी पुराना था, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि इस तरह अचानक गिर जाएगा। शुक्र है किसी को चोट नहीं आई, वरना बहुत बड़ा हादसा हो सकता था।”
🔍 अब उठे सवाल: क्यों नहीं होती पुराने पेड़ों की समय-समय पर जांच?
इस घटना के बाद लोगों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर ऐसे पुराने और भारी-भरकम पेड़ों की समय-समय पर जांच क्यों नहीं की जाती? क्या नगर निगम या वन विभाग इस ओर ध्यान देगा?