आसनसोल में रेलवे नौकरी घोटाला: 60 लाख की ठगी, दो गिरफ्तार

आसनसोल, 4 दिसंबर: आसनसोल साउथ और नॉर्थ थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े रेलवे भर्ती घोटाले का पर्दाफाश किया है। महाराष्ट्र के रहने वाले लखन घोषाल की शिकायत पर श्रीस्टिनगर स्थित संगती अपार्टमेंट में छापेमारी के दौरान बिहार बांका के हरेन्द्र सिंह और दुर्गामंदिर निवासी ऑटो चालक अवधेश यादव को गिरफ्तार किया गया।

60 लाख की ठगी, नकली दस्तावेजों का जाल

गिरफ्तार आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर महाराष्ट्र और अन्य जगहों के करीब छह लोगों से 60 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने आरोपियों के पास से 10.74 लाख रुपये नकद, 10 लाख रुपये से अधिक के सोने-चांदी के गहने, रेलवे के नकली जॉइनिंग लेटर, एडमिट कार्ड, मेडिकल फिट सर्टिफिकेट और रेलवे परीक्षा के प्रश्नपत्र बरामद किए हैं।

12 दिन की पुलिस रिमांड, रैकेट की जांच तेज

सोमवार को आसनसोल अदालत में पेशी के बाद दोनों आरोपियों को 12 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार, रैकेट के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी जल्द ही की जाएगी।

डीसी सेंट्रल ध्रुव दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपियों का नेटवर्क कोलकाता, आसनसोल और अन्य राज्यों में फैला हुआ है। पूछताछ में यह भी पता चला है कि इनके पास आसनसोल और कोलकाता में दो फ्लैट थे, जहां से वे रेलवे भर्ती का नकली रैकेट चला रहे थे।

बिना सोचे-समझे फंस गए कई लोग

शिकायतकर्ता लखन घोषाल ने बताया कि आरोपियों ने खुद को रेलवे अधिकारी बताकर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। ठगी का शिकार हुए लोगों ने उम्मीद में अपनी जमा-पूंजी आरोपियों को सौंप दी।

पुलिस का बयान

साउथ थाना प्रभारी कौशिक कुंडू ने बताया, “आरोपियों से पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। हम जांच कर रहे हैं कि ठगी का यह नेटवर्क किन-किन राज्यों और जिलों तक फैला है।”

आरोपियों का मास्टरप्लान

पुलिस ने बताया कि आरोपी लोगों को नकली जॉइनिंग लेटर, मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट और परीक्षा के प्रश्नपत्र दिखाकर भरोसा दिलाते थे। इसके बाद, बड़ी रकम वसूलकर गायब हो जाते थे।

ghanty

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