आसनसोल : ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस यूनियन द्वारा मंगलवार को आसनसोल रेल डिवीजन कार्यालय के समक्ष जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। रेल कर्मियों के सब्र का बाँध टूट चुका है — 18 महीने से लंबित महंगाई भत्ता (D.A.) और एरियर वेतन का अब तक भुगतान न होने से नाराज़ कर्मचारियों ने एक सुर में आवाज़ बुलंद की।
🚩 “महंगाई आसमान पर, वेतन ज़मीन में!” – कर्मचारियों का फूटा गुस्सा
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि
“जब रोजमर्रा की चीजों के दाम दिन पर दिन बढ़ रहे हैं, तब हमें पुराने बकाए का भी भुगतान नहीं किया जा रहा, ये सरासर अन्याय है!”
उनका कहना है कि
- केंद्र सरकार और रेलवे बोर्ड की वादाखिलाफी अब बर्दाश्त के बाहर है।
- कर्मचारियों की मेहनत का हक़ लगातार छीना जा रहा है।
- यूनियन की बार-बार चेतावनियों के बावजूद प्रशासन कुंभकरणी नींद में सोया है।
💬 यूनियन ने दी चेतावनी – “अब आर-पार की लड़ाई होगी”
मेंस कांग्रेस यूनियन के वरिष्ठ नेता ने प्रेस को बताया:
“अगर हमारी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो अगला आंदोलन रेल ट्रैफिक को प्रभावित कर सकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि
“ये सिर्फ वेतन की नहीं, सम्मान और हक़ की लड़ाई है। हम पीछे नहीं हटेंगे।”
🔍 माँगें मुख्यतः:
- 18 महीने का लंबित महंगाई भत्ता (D.A.) तत्काल जारी किया जाए
- एरियर वेतन का भुगतान शीघ्र किया जाए
- रेलवे कर्मचारियों के साथ हो रहा आर्थिक अन्याय तुरंत रोका जाए
📢 भविष्य में और बड़ा आंदोलन तय!
प्रदर्शन के दौरान “D.A. हमारा अधिकार है”, “रेल कर्मियों का शोषण बंद करो”, जैसे नारों से आसनसोल रेल कार्यालय गूंज उठा।
यूनियन ने साफ किया कि अगर 7 दिनों के अंदर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो अगला चरण राज्यव्यापी आंदोलन होगा।