आसनसोल: सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (PHE) विभाग के कैजुअल वर्करों ने वेतन न मिलने की वजह से मंगलवार को विभागीय कार्यालय के बाहर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। नाराज मजदूरों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार और विभाग की लापरवाही के कारण उन्हें महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके परिवार भुखमरी के कगार पर आ गए हैं।
प्रदर्शन कर रहे मजदूर भानु रुइदास ने बताया, “हम जब ठेकेदार से वेतन मांगते हैं, तो हमें सिर्फ यह जवाब मिलता है कि ‘जब हमें पैसा मिलेगा, तब ही तुम्हें भुगतान कर पाएंगे।'” मजदूरों का कहना है कि यह जवाब वे कई महीनों से सुनते आ रहे हैं, लेकिन वेतन मिलने की कोई गारंटी नहीं है।

राशन तक के लाले, उधार देने से इनकार कर रहे दुकानदार
धरना प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने बताया कि हालात इतने बदतर हो गए हैं कि राशन दुकानदार भी अब उधार देने को तैयार नहीं हैं। कई मजदूरों के घरों में खाने तक के पैसे नहीं बचे हैं। मजदूरों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही वेतन नहीं दिया गया, तो वे अपने परिवारों को लेकर दफ्तर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।

पानी संकट गहराने की आशंका
PHE विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर संदीप कुमार कुंडू ने बताया कि उन्होंने मजदूरों की समस्या को उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर धरना प्रदर्शन जारी रहा और कैजुअल वर्करों ने काम करना बंद कर दिया, तो आसनसोल शिल्पांचल में पानी की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हो सकती है।

मजदूरों ने कहा कि वेतन नहीं मिलने की समस्या लंबे समय से चली आ रही है और अब वे इसके खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और PHE विभाग से जल्द समाधान निकालने की मांग की है, ताकि उनका परिवार भुखमरी का शिकार न हो।