आसनसोल, वार्ड 21 स्थित मुंसी प्रेमचंद प्राइमरी स्कूल की दुर्व्यवस्थाओं ने शिक्षा प्रणाली की गंभीर खामियों को उजागर किया है। स्थानीय निवासी मुबारक हुसैन ने आरोप लगाया कि स्कूल के सामने सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते गंदगी का अंबार लगा हुआ है। न केवल स्कूल के बाहर बल्कि स्कूल के आसपास गुटखा, सिगरेट, बीड़ी जैसी मादक पदार्थों की खुलेआम बिक्री हो रही है, जो बच्चों के स्वास्थ्य और मानसिकता पर नकारात्मक असर डाल सकता है। यह मामला बच्चों और अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन गया है।
छात्राओं की शिकायत: खुद सफाई करने के लिए मजबूर किया जा रहा है
एक छात्रा निहु ने बताया कि उन्हें रोजाना अपनी कक्षा के बेंच खुद साफ करने पड़ते हैं, क्योंकि शिक्षक उन्हें ऐसा करने के लिए कहते हैं। इसके अलावा, छात्राओं ने यह भी शिकायत की कि विद्यालय में नियमित प्रार्थना नहीं होती और शिक्षकों के आने का समय भी निश्चित नहीं है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
हेडमास्टर और शिक्षक के बयान में असमानता
इस मुद्दे पर स्कूल के हेडमास्टर संजय कुमार का कहना था कि स्कूल में प्रार्थना नहीं करवाई जाती, क्योंकि क्षेत्र की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। वहीं, एक महिला शिक्षक ने इसके विपरीत कहा कि स्कूल में रोजाना प्रार्थना होती है। इस तरह शिक्षकों के बयानों में स्पष्ट असमानता देखी गई, जो प्रशासन की नजरों में सवाल उठाता है।
सुब्रत अधिकारी का गंभीर रुख
आसनसोल नगर निगम के शिक्षा विभाग के मेयर परिषद सदस्य सुब्रत अधिकारी ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि स्कूल की सभी समस्याओं की जांच कराई जाएगी और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उनके मुताबिक, यह स्थिति प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती बनकर उभरी है।
मुख्य मुद्दे:
- सफाई की कमी और गंदगी का अंबार
- स्कूल के पास नशीले पदार्थों की बिक्री
- छात्रों को सफाई करने के लिए मजबूर करना
- शिक्षकों के समय की अनियमितता
- प्रार्थना के आयोजन को लेकर हेडमास्टर और शिक्षकों के विरोधाभासी बयान
आसनसोल नगर निगम की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते हुए, यह मुद्दा प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती बन चुका है। स्थानीय लोग और अभिभावक स्कूल की स्थितियों में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं।