आसनसोल:
शहर में बढ़ते ध्वनि प्रदूषण और ट्रैफिक अव्यवस्था को रोकने के लिए गुरुवार को आसनसोल नॉर्थ थाना ट्रैफिक गार्ड पुलिस ने जुबली मोड़ पर एक विशेष वाहन चेकिंग अभियान चलाया। यह अभियान खास तौर पर उन मोटरसाइकिलों के खिलाफ था, जिनमें मॉडिफाइड साइलेंसर लगाकर तेज और कान फाड़ देने वाला शोर किया जाता है।
सुबह से ही ट्रैफिक पुलिस के जवान जुबली मोड़ पर मुस्तैदी से तैनात रहे। जैसे ही मॉडिफाइड साइलेंसर वाली बाइक सड़क पर उतरी, पुलिस ने उसे रोककर जांच शुरू कर दी। कई युवकों की बाइक मौके पर ही जब्त की गईं, जबकि दर्जनों पर चालान काटे गए।
🚨 अचानक हुई कार्रवाई से मचा हड़कंप
अचानक शुरू हुए इस सख्त अभियान से जुबली मोड़ इलाके में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कई बाइक चालकों को अपनी गाड़ियां मोड़कर वापस लौटना पड़ा, तो कई लोग पुलिस की कार्रवाई देखकर खुद ही साइलेंसर बदलने की बात करते नजर आए।
🔊 ध्वनि प्रदूषण बन रहा है बड़ी समस्या
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मॉडिफाइड साइलेंसर से निकलने वाली तेज आवाज़ से
- बुजुर्गों,
- बच्चों,
- मरीजों
और आम नागरिकों को गंभीर परेशानी हो रही है। इसके अलावा यह यातायात नियमों का भी सीधा उल्लंघन है।
एक ट्रैफिक अधिकारी ने कहा—
“मॉडिफाइड साइलेंसर पूरी तरह अवैध हैं। इससे न केवल ध्वनि प्रदूषण बढ़ता है, बल्कि दुर्घटनाओं की आशंका भी कई गुना बढ़ जाती है। यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा।”
🧾 चालान के साथ सख्त चेतावनी
अभियान के दौरान कई बाइक चालकों को
- भारी जुर्माना,
- साइलेंसर बदलने का निर्देश,
- और दोबारा पकड़े जाने पर वाहन जब्ती की चेतावनी
दी गई।
पुलिस ने साफ शब्दों में कहा कि अब किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।
👥 आम लोगों ने किया समर्थन
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई का खुले दिल से समर्थन किया। लोगों का कहना है कि मॉडिफाइड साइलेंसर की तेज आवाज़ से आए दिन सड़क पर तनाव, झगड़े और हादसों का खतरा बना रहता है। इस सख्ती से अब सड़कें पहले से ज्यादा सुरक्षित होंगी।












