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बेघर नहीं बेसहारा! डिप्टी मेयर की समाजसेवियों से भावुक अपील

आसनसोल, पश्चिम बर्धमान:
आसनसोल नगर निगम अब शहर के बेघर और ज़रूरतमंद लोगों के लिए एक नई उम्मीद बन रहा है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) के तहत संचालित तीन होमलेस सेंटर्स की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से निगम कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।

इस बैठक में नगर निगम के डिप्टी मेयर समेत कई अधिकारी मौजूद थे। बैठक के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि इन शेल्टर होम्स में बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे और दिहाड़ी मज़दूर जैसे समाज के सबसे कमजोर तबके के लोग रहते हैं। ऐसे में उनके लिए सिर्फ खाना ही नहीं, बल्कि दूध, फल, और अन्य पौष्टिक आहार भी नियमित रूप से सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

🤝 डिप्टी मेयर की भावुक अपील: समाज आगे आए

डिप्टी मेयर ने शहर के स्वैच्छिक संस्थाओं, उद्योगपतियों और व्यापारिक समुदाय से भावनात्मक अपील करते हुए कहा,

“सिर्फ सरकार की नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी है कि इन सेंटर्स को बेहतर बनाने में हाथ बढ़ाए। जो लोग यहां रहते हैं, उन्हें गरिमा और पोषण के साथ जीवन जीने का हक है।”

उन्होंने कहा कि नगर निगम इन सेंटरों की व्यवस्था को और सशक्त बनाने के लिए सामूहिक भागीदारी को बढ़ावा देना चाहता है।

🧡 बेघरों के लिए नई उम्मीद की किरण

इन सेंटर्स में अब नियमित रूप से दूध, अंडा, फल, चावल-दाल के साथ पौष्टिक थाली देने की योजना है, जिससे कमजोर लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हो सके। साथ ही इन स्थानों पर साफ-सफाई, गर्म कपड़े और बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं को भी प्राथमिकता देने की बात कही गई।

🔊 निष्कर्ष:

आसनसोल नगर निगम की यह पहल न केवल प्रशासनिक उत्तरदायित्व को दर्शाती है, बल्कि यह भी प्रमाण है कि यदि समाज साथ दे तो कोई भी इंसान भूखा, बेघर या उपेक्षित नहीं रहेगा।

यदि आप चाहें तो इस रिपोर्ट को प्रेस विज्ञप्ति फॉर्मेट या सोशल मीडिया पोस्ट में भी बदलकर दे सकता हूँ।

ghanty

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