आसनसोल के कोर्ट जंक्शन पर बार्नपुर रोड स्थित प्राइवेट गोल्ड लेंडिंग कंपनी (मुथूट) की ब्रांच में 23 दिसंबर 2017 को हुए 10 करोड़ की लूट मामले में नया मोड़ आया है। कुख्यात गैंगस्टर सुभोध सिंह और उसके 5 साथी इस सनसनीखेज लूट में शामिल थे। इस केस में ब्रांच के तत्कालीन ऑपरेशन्स मैनेजर सुबोधिप कोनार ने सोमवार को आसनसोल की विशेष अदालत में गवाही दी और आरोपियों की पहचान की।
अदालत में ऑपरेशन्स मैनेजर ने दी चौंकाने वाली गवाही
गवाह ने बताया कि लूट वाले दिन वह ब्रांच पर सुबह 9:15 बजे पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि दो लोग हेलमेट पहने बाहर खड़े थे। अंदर चार और लोग हेलमेट पहने हुए थे। बंदूक की नोक पर स्वीपर को बंधक बनाकर, उन्होंने लॉकर की चाबी मांगी और 10 करोड़ के सोने के आभूषण व नकदी लूटकर फरार हो गए।
ऑपरेशन्स मैनेजर ने अदालत में गैंगस्टर सुभोध सिंह और ठाकुर नवरंग सिंह को पहचाना। इसके अलावा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने कोलकाता के अलीपुर सेंट्रल जेल और बिहार के बेउर जेल में बंद अन्य चार आरोपियों की भी पहचान की।
CID ने की हेलमेट और CCTV फुटेज की पेशी
गवाह ने लूट के दौरान इस्तेमाल किए गए हेलमेट की पहचान भी अदालत में की। साथ ही, लूट के बाद आरोपियों द्वारा मोटरसाइकिल चोरी कर भागने की घटना CCTV फुटेज में कैद थी।
सुभोध सिंह का विवादित बयान
कोलकाता के प्रेसिडेंसी जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच सुभोध सिंह को आसनसोल कोर्ट लाया गया। जब पत्रकारों ने उससे सवाल किया, तो उसने मजाकिया अंदाज में कहा, “आप लोग हमको देखकर बोर नहीं हो रहे?”
जांच का दायरा और बढ़ा
इस केस की जांच पहले हिरापुर थाना और आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कर रही थी। बाद में यह मामला CID को सौंपा गया। CID ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हेलमेट, सीसीटीवी फुटेज, और अन्य सबूतों के साथ कोर्ट में पेशी की।
अगली सुनवाई 28 नवंबर को
विशेष अदालत के जज अरुप रॉय ने केस की अगली सुनवाई 28 नवंबर को तय की है। ऑपरेशन्स मैनेजर को दोबारा गवाही के लिए बुलाया जाएगा।