🔥 बंगाल में मेडिकल साइंस की नई क्रांति! पहली बार सरकारी जिला अस्पताल में हुआ ब्रेस्ट ट्रांसप्लांट
राज्य में पहली बार किसी सरकारी जिला अस्पताल में ब्रेस्ट ट्रांसप्लांट का सफल ऑपरेशन किया गया है। यह ऐतिहासिक सर्जरी आसनसोल जिला अस्पताल में हुई, जहां प्रसिद्ध सर्जन दिप्तेंद्र सरकार के नेतृत्व में एक महिला मरीज का ब्रेस्ट ट्रांसप्लांट किया गया। उनके साथ बांगुर एम. आर. अस्पताल के अनुभवी सर्जन रणित रॉय भी मौजूद थे।

📌 क्या है पूरा मामला?
आसनसोल के सालानपुर ब्लॉक की रहने वाली एक महिला अपने स्तन में ट्यूमर की समस्या को लेकर अस्पताल पहुंचीं। पहले उनका ऑपरेशन किया गया, लेकिन बायोप्सी रिपोर्ट में स्तन कैंसर की पुष्टि हुई। आमतौर पर ऐसे मामलों में पूरा स्तन हटा दिया जाता है, लेकिन महिला इसके लिए तैयार नहीं थीं।

💡 ऐसे बनी बात!
👉 टेलीमेडिसिन के जरिए PG अस्पताल के ब्रेस्ट कैंसर विशेषज्ञ दिप्तेंद्र सरकार से संपर्क किया गया।

👉 उन्होंने सुझाव दिया कि ब्रेस्ट ट्रांसप्लांट संभव है, लेकिन इसके लिए फंडिंग जरूरी होगी।
👉 इसके बाद, आसनसोल नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने आगे आकर पूरा खर्च उठाया!
👉 सर्जरी के दौरान जिला अस्पताल की मेडिकल टीम भी मौजूद रही और उन्होंने इस तकनीक का प्रशिक्षण लिया।

💬 सर्जन दिप्तेंद्र सरकार ने कहा:
“यह ऑपरेशन सिर्फ आसनसोल ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक ऐतिहासिक कदम है।”
💥 अब आगे क्या?
✅ भविष्य में जिला अस्पतालों में इस तरह की महंगी सर्जरी कैसे संभव होगी, इस पर प्रशासन विचार कर रहा है।
✅ सरकार के सामने यह मुद्दा उठाया गया है कि जरूरतमंद मरीजों के लिए यह ऑपरेशन पूरी तरह से निःशुल्क किया जाए।
📢 बंगाल के सरकारी अस्पतालों में ब्रेस्ट ट्रांसप्लांट का यह पहला मामला है, जिससे कैंसर मरीजों को नई उम्मीद मिली है!

















