आसनसोल/बर्नपुर, पश्चिम बर्दवान:
लगातार बढ़ती सब्जी कीमतों से परेशान जनता के लिए राहत की उम्मीद जगी है। जिला शासक एस. पन्ना बलम के निर्देश पर सोमवार को प्रशासनिक टास्क फोर्स ने आसनसोल और बर्नपुर सब्जी बाजारों में औचक निरीक्षण किया।
इस कार्रवाई का उद्देश्य था –
“ग्राहकों को उचित दर पर सब्जी मिले और बेवजह मुनाफाखोरी पर लगाम लगे।”
🔍 विक्रेताओं को दी गई चेतावनी – मनमानी कीमत बंद करें
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि कई विक्रेता होलसेल कीमतों से दुगुना रेट जोड़कर रिटेल में सब्जियां बेच रहे हैं।
विशेष रूप से बैंगन, टमाटर, करेला जैसी सब्जियों की मांग में गिरावट और मौसम की अनुकूलता के बावजूद कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
अधिकारियों ने साफ कहा:
“अगर मुनाफा सीमित नहीं किया गया, तो अगली बार सीधी कार्रवाई होगी।”
📢 “पहला दिन है समझाने का, अगली बार कार्रवाई पक्की” – प्रशासन
टास्क फोर्स के अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह पहला दिन निरीक्षण का था, जिसमें विक्रेताओं को समझा-बुझाकर चेतावनी दी गई है।
अब अगर मूल्य नियंत्रण में सहयोग नहीं मिला, तो कानूनी कार्यवाही में देर नहीं होगी।
💬 बाजार में आम जनता की प्रतिक्रिया:
एक ग्राहक ने कहा,
“बरसात में तो फसल भी आती है, फिर दाम क्यों बढ़ रहे हैं? हर दिन 80-90 रुपये किलो टमाटर तो अब आम बात हो गई है!”
दूसरे ने कहा,
“प्रशासन अगर सही में सख्ती करे, तो आम आदमी को राहत जरूर मिलेगी।”
⚠️ आगे की योजना:
- बाजारों में साप्ताहिक मॉनिटरिंग की जाएगी।
- दामों की तुलना दैनिक स्तर पर की जाएगी।
- स्थानीय थानों को भी सतर्क किया गया है ताकि अवैध स्टॉकिंग पर कार्रवाई की जा सके।
📝 निष्कर्ष:
सब्जी के नाम पर जेब कटाई अब नहीं चलेगी।
प्रशासन की इस पहल से साफ है कि अब मुनाफाखोरी नहीं, सिर्फ पारदर्शिता चलेगी।
आम आदमी की थाली सस्ती हो — यही अब सरकार की प्राथमिकता है।