आसनसोल:
तेजी से बदलती तकनीकी दुनिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते प्रभाव को समझाने के उद्देश्य से आसनसोल क्लब लिमिटेड में छात्रों के लिए “AI और ऑटोमेशन पर जागरूकता सेमिनार” का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम फेडरेशन ऑफ साउथ बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FOSBECCI) की ओर से आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षा, अध्यात्म, प्रशासन और उद्योग जगत से जुड़े कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
सेमिनार के मुख्य अतिथि काजी नजरुल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. डॉ. उदय बंद्योपाध्याय थे। वहीं विशेष अतिथि के रूप में रामकृष्ण मिशन आसनसोल के अध्यक्ष स्वामी सोमात्मानंद जी महाराज और ADDA के चेयरमैन श्री कबी दत्ता उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में देश-विदेश में तकनीकी अनुभव रखने वाले विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए। प्रमुख वक्ताओं में TCS (UK & USA) के हेड ऑफ टेक्नोलॉजी श्री सुदीप नाग बिस्वास, कॉग्निजेंट के एसोसिएट डायरेक्टर श्री सुसांत कर और पश्चिम बंगाल सरकार के फैक्ट्री इंस्पेक्टर श्री अनिमेष परमानिक शामिल थे। वक्ताओं ने छात्रों को AI, ऑटोमेशन, इंडस्ट्री 4.0 और भविष्य के रोजगार अवसरों पर विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर फॉस्बेकि के अध्यक्ष श्री सचिन राय ने AI और तकनीक को लेकर एक महत्वपूर्ण और दूरदर्शी बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब कंप्यूटर युग की शुरुआत हुई थी, तब भी लोगों में यह डर था कि तकनीक से नौकरियां खत्म हो जाएंगी। लेकिन समय ने साबित कर दिया कि तकनीक ने रोजगार छीने नहीं, बल्कि नए अवसर पैदा किए।
श्री राय ने कहा कि अब दुनिया AI के युग में प्रवेश कर चुकी है और व्यापार, उद्योग एवं युवाओं को इसके साथ खुद को ढालना होगा। यदि नई और उन्नत तकनीकों को सही दिशा में अपनाया जाए, तो स्थानीय व्यापार भी वैश्विक स्तर तक पहुंच सकता है। AI केवल चुनौती नहीं, बल्कि एक बड़ा अवसर है।
यह सेमिनार 22 दिसंबर 2025 को सुबह 11 बजे आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के समापन के बाद प्रतिभागियों के लिए लंच की भी व्यवस्था की गई थी।
इस मौके पर फॉस्बेकि के चेयरमैन श्री सुभाष सी. अग्रवाल, मानद सचिव श्री संदीप झुनझुनवाला, सेमिनार चेयरमैन श्री निखिलेश उपाध्याय और सेमिनार को-चेयरमैन श्री प्रबीर सरकार भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने छात्रों को न केवल तकनीकी रूप से जागरूक किया, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए आत्मनिर्भर और तैयार रहने की प्रेरणा भी दी।











