आसनसोल में अनोखी मिसाल: गुरुद्वारा को 70 कट्ठा जमीन दान, शहर में खुशी की लहर

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आसनसोल:
शहर में शुक्रवार का दिन धार्मिक आस्था, सेवा और समर्पण का अनोखा संगम बनकर उभरा। पुलिस लाइन स्थित आर.एस. चौधरी हाउस में गुरबाणी पाठ और अरदास के पवित्र माहौल के बीच स्वर्गवासी आर.एस. चौधरी के सुपुत्र गुरविंदर सिंह (गुरु) चौधरी ने अपनी 70 कठा जमीन गुरु नानक गुरुद्वारा, आसनसोल के नाम आधिकारिक रूप से समर्पित करके इतिहास रच दिया।

कार्यक्रम में गुरु चौधरी ने जमीन की रजिस्ट्री कागज़ात और घर की चाबियाँ गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान अमरजीत सिंह भरारा और प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों को सौंप दीं। इसके बाद गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से उनका सरोपा ओढ़ाकर और सम्मान-चिन्ह देकर विशेष सम्मान किया गया।

🌸 “गुरु घर को समर्पण—मेरे जीवन की सबसे बड़ी सेवा” : गुरु चौधरी

भावुक गुरु चौधरी ने बताया—
“पिछले 10 वर्षों से हम निरंतर श्री दरबार साहिब अमृतसर माथा टेकने जाते रहे हैं। वहीं गुरु महाराज जी ने मन में भावना जगाई कि यह संपत्ति गुरु घर को अर्पित करूं। आज गुरु की किरपा से यह सेवा पूरी की।”

परिवार और स्थानीय लोगों के अनुसार, यह निर्णय पूरी तरह ईश्वरीय प्रेरणा और समाज-सेवा की भावना से लिया गया है।

🕯️ अरदास के बीच संपन्न हुई रजिस्ट्री—संगत में प्रसाद वितरण

गुरुद्वारा प्रधान अमरजीत सिंह भरारा ने कहा—
“आज 70 कठा जमीन की रजिस्ट्री गुरबाणी पाठ और गुरु मर्यादा के अनुसार पूरी की गई। यह गुरु साहिब की बड़ी कृपा है। आगे कमेटी बैठक कर तय करेगी कि इस जमीन का उपयोग सेवा, शिक्षा या किसी सामाजिक कार्य में किया जाएगा।”

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संगत शामिल हुई। गुरबाणी की स्वर लहरियों के बीच पूरे परिसर में श्रद्धा, भाव और खुशी का माहौल बना रहा। कार्यक्रम के अंत में गुरुद्वारा प्रबंधन ने सभी संगत को लंगर का प्रसाद वितरित किया।

🌟 स्थानीय संगत में खुशी की लहर

आसनसोल के धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इसे शहर के इतिहास में सेवा का सबसे बड़ा योगदान बताया। कई लोगों ने कहा कि—
“ऐसा दान समाज को नई प्रेरणा देता है। यह सेवा आने वाली पीढ़ियों के लिए मिसाल बनेगी।”

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