आसनसोल। बीएनआर मोड़ स्थित ऐतिहासिक आसनसोल ग्रंथागार रविवार को गवाह बना एक ऐतिहासिक पल का। यहां ‘साधारण ग्रंथागार दिवस’ बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें राज्य सरकार ने शिक्षा को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में एक नया कदम उठाया। इस अवसर पर राज्य के मंत्री मलय घटक ने ग्रंथागार को डिजिटल लाइब्रेरी के रूप में लॉन्च किया।
इस कार्यक्रम में जिला शासक एस. पन्ना बलम, जिला सभाधिपति विश्वनाथ बावरी, आसनसोल नगर निगम चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, मेयर परिषद सदस्य गुरदास चटर्जी समेत कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।
मंत्री मलय घटक ने कहा—
“मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शिक्षा के क्षेत्र को लगातार नई ऊंचाइयों तक ले जा रही हैं। आज का युग डिजिटल है, इसलिए हमने लाइब्रेरी को भी डिजिटल माध्यम से छात्रों और युवाओं के लिए सुलभ बना दिया है। अब किसी भी छात्र को किताबें खोजने के लिए घंटों इंतजार नहीं करना होगा। एक क्लिक पर हजारों किताबें, रिसर्च मटीरियल और अध्ययन सामग्री तक पहुंच आसान होगी।”
📚 इस मौके पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, स्थानीय नागरिक और शिक्षा प्रेमी मौजूद रहे। लाइब्रेरी प्रशासन ने बताया कि अब यहां डिजिटल कैटलॉग, ऑनलाइन ई-बुक्स, ऑडियोबुक्स और वर्चुअल स्टडी सेशन्स जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
🎯 कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था—नई पीढ़ी को पुस्तकालयों के महत्व से जोड़ना और पढ़ने की संस्कृति को फिर से लोकप्रिय बनाना।
स्थानीय छात्रों ने कहा कि यह पहल उनके लिए शिक्षा की दिशा में एक बड़ी क्रांति साबित होगी, खासकर उन युवाओं के लिए जिनके पास महंगी किताबें खरीदने का साधन नहीं है।