बोलपुर, बीरभूम:
तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिले के पूर्व अध्यक्ष एवं पार्टी की कोर कमेटी के संयोजक अनुब्रत मंडल ने सोमवार को बोलपुर महकमा अदालत में आत्मसमर्पण किया। उन्होंने अदालत में पेश होकर जमानत याचिका दायर की, जिस पर दोपहर 2 बजे के बाद सुनवाई और फैसला होने की संभावना है।
गौरतलब है कि यह मामला करीब तीन महीने पुराना है। 29 मई को अनुब्रत मंडल पर आरोप है कि उन्होंने बोलपुर थाने के आईसी लिटन हालदार को फोन पर गाली-गलौज की थी। उस कथित फोन कॉल की ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद राजनीतिक हलके में जबरदस्त हंगामा मच गया था। विपक्षी पार्टियों ने इसे लेकर तृणमूल पर “अहंकार और दबंगई की राजनीति” करने का आरोप लगाया था।
घटना के बाद पुलिस ने अनुब्रत मंडल को नोटिस भेजा था और उन्हें बोलपुर एसडीपीओ के दफ्तर में भी हाजिर होना पड़ा था। इसके बावजूद वे लगातार अदालत से दूरी बनाए रहे। आखिरकार करीब तीन महीने तक कानूनी प्रक्रिया से बचने के बाद आज उन्होंने आत्मसमर्पण किया।
कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अदालत जमानत याचिका खारिज करती है तो अनुब्रत मंडल को न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकता है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस इसे “साजिश और राजनीतिक प्रतिशोध” बता रही है।
अब सभी की निगाहें अदालत के फैसले पर टिकी हुई हैं, क्योंकि यह फैसला न सिर्फ अनुब्रत मंडल बल्कि पूरे बीरभूम की तृणमूल राजनीति के लिए अहम साबित हो सकता है।