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चीन दौरे का ऐलान, पीएम मोदी के साथ पुतिन और लूला की बात… तीन कदमों से भारत ने दिया ट्रंप को सख्त मैसेज

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी चीन यात्रा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के साथ फोन पर हुई पीएम मोदी की बातचीत- ये तीन घटनाएं ऐसे समय पर सामने आई हैं जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर कड़े आर्थिक हमले किए हैं. ट्रंप की ओर से लगाए गए भारी टैरिफ के जवाब में भारत ने कूटनीतिक स्तर पर अपने कदम तेज कर दिए हैं, जो न सिर्फ एक सख्त संदेश है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की संतुलित रणनीति का भी संकेत देता है.

भारत पर ट्रंप की आर्थिक चोट

भारत के साथ दोस्ती का सुर साधने वाले ट्रंप अब अपने ही मित्र देश पर आर्थिक प्रहार कर रहे हैं. ट्रंप प्रशासन की ओर से भारत से आने वाले कई सामानों पर 25% का अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया गया है. इसका मतलब है कि भारत पर अब कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया है. साथ ही अमेरिका ने चेताया है कि अगर रूस और यूक्रेन की लड़ाई शुक्रवार तक खत्म नहीं हुई तो रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर सेंकेडरी सेंक्शन भी लागू हो सकता है. भारत पर ट्रंप का टैरिफ दो चरणों में लागू होगा. पहला 25 प्रतिशत 7 अगस्त से लागू हो गया और दूसरा 25 प्रतिशत 27 अगस्त से लागू होगा. ग्लोबल ट्रेड के लिहाज से भारत के लिए यह बेहद असमंजस की स्थिति है. एक तरफ रूस जैसा उसका बरसों पुराना दोस्त और वफादार साथी है तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका जैसा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार. हालांकि भारत का रुख साफ है. उसका कहना है कि रूस से सस्ते तेल की खरीद के पीछे उसका उद्देश्य सिर्फ अपने देशवासियों के लिए सस्ती दरों पर ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित करना है.

पीएम मोदी ने दिया सख्त संदेश

भारत ने ट्रंप के टैरिफ को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ और ‘अनुचित’ करार दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसे ‘अनुचित’, ‘अन्यायपूर्ण’ और ‘असंगत’ बताते हुए कहा कि ‘भारत अपनी आर्थिक संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा.’ वहीं एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे लिए किसानों के हितों की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. भारत किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा.’ उन्होंने कहा, ‘हमें पता है कि इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और हम इसके लिए तैयार हैं.’

चीन-जापान यात्रा का ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में जापान और चीन की यात्रा पर रवाना होंगे. 30 अगस्त को वह जापान में भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और उसके बाद सीधे चीन के तियानजिन शहर जाएंगे, जहां 31 अगस्त से 1 सितंबर तक आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में भाग लेंगे. यह पीएम मोदी की 2019 के बाद पहली चीन यात्रा होगी और 2020 के गलवान संघर्ष के बाद पहली बार चीन की धरती पर उनकी मौजूदगी दर्ज होगी. SCO बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद, व्यापारिक सहयोग और बहुपक्षीय रिश्तों पर चर्चा होगी. इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA अजित डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर SCO बैठकों के सिलसिले में चीन जा चुके हैं.

मोदी और पुतिन के बीच हुई फोन पर बातचीत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच आज (शुक्रवार) को विस्तार से फ़ोन पर बातचीत हुई है. इस दौरान दोनों के बीच यूक्रेन जंग, द्विपक्षीय एजेंडे और रणनीतिक साझेदारी समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘मेरी आज मित्र राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर बहुत अच्छी और विस्तृत बातचीत हुई. इस दौरान पुतिन ने यूक्रेन मुद्दे को लेकर नवीनतम घटनाक्रम साझा किया, जिसे लेकर मैंने उनका धन्यवाद किया. हम अपने द्विपक्षीय एजेंडे के डेवलपमेंट की समीक्षा की. भारत-रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के संकल्प को दोहराया गया. मैंने राष्ट्रपति पुतिन को इस साल के अंत में भारत आने का निमंत्रण भी दिया.’

पुतिन से डोभाल की मुलाकात

इससे पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. दोनों देशों ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर सहमति जताई. यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब अमेरिका ने भारत से आयातित सामानों पर 50 फीसदी तक का टैरिफ लगा दिया है. माना जा रहा है कि यह मीटिंग रूस-भारत साझेदारी को और गहरा करने और अमेरिकी दबाव को संतुलित करने की रणनीति का हिस्सा है.

पीएम मोदी-लूला की बातचीत

ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने भी पीएम मोदी से फोन पर बातचीत की. यह वार्ता ट्रंप की ओर से भारत और ब्राजील पर भारी टैरिफ लगाने के ऐलान के बाद हुई. बातचीत के दौरान लूला ने ‘एकतरफा टैरिफ’ की आलोचना की और बहुपक्षीय व्यवस्था को बनाए रखने की बात कही. पीएम मोदी ने भी दोनों देशों के बीच ऊर्जा, रक्षा, स्वास्थ्य, टेक्नोलॉजी और व्यापार जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने का भरोसा दिलाया.

ghanty

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