अंडाल: अंडाल मोड़ से काजोड़ा जाने वाली सड़क पर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे हाल के महीनों में कई होटल और ढाबे तेजी से उभरे हैं। इन ढाबों को लेकर अब गंभीर आरोप सामने आ रहे हैं। स्थानीय लोगों और ढाबा संचालकों का आरोप है कि कुछ ढाबों की आड़ में अवैध शराब बिक्री और देह व्यापार का गोरखधंधा चलाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि ग्राहकों को आकर्षित करने को लेकर पास-पास स्थित ढाबों के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था, जो अब खुली हिंसा में बदल गया है। शनिवार को देवराज नामक एक ढाबा मालिक ने आरोप लगाया कि पड़ोसी ढाबे के मालिक और कर्मचारियों ने उसके साथ मारपीट की, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई। देवराज का दावा है कि उसने पड़ोसी ढाबे में चल रहे कथित अवैध शराब और देह व्यापार का विरोध किया था, इसी कारण उस पर हमला किया गया।
इस घटना के बाद माहौल और गरमा गया। सोमवार देर रात कथित आरोपी ढाबे पर अचानक हमला और तोड़फोड़ की गई। उस ढाबे के एक कर्मचारी ने बताया कि करीब 12 असामाजिक तत्व रात में ढाबे में घुस आए। उन्होंने मालिक को नाम लेकर बुलाया। जब उन्हें पता चला कि मालिक मौजूद नहीं है, तो वे उग्र हो गए और जमकर तोड़फोड़ शुरू कर दी।
कर्मचारी के अनुसार, हमलावरों ने खाने-पीने का सामान फेंक दिया, कुर्सियां और मेज पलट दीं। इतना ही नहीं, उसे डराने के लिए कड़ाही में रखा तेल उसकी ओर फेंका गया। हालांकि, तेल ठंडा होने के कारण वह बाल-बाल बच गया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरा मामला अंडाल थाना से महज कुछ ही दूरी पर स्थित ढाबों का है। इसके बावजूद अवैध गतिविधियों, हमले और तोड़फोड़ की घटनाओं को लेकर पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अगर समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
इस संबंध में पुलिस की प्रतिक्रिया जानने के लिए जब थाना अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो फोन नहीं उठाया गया। ऐसे में पूरे मामले को लेकर रहस्य और चिंता दोनों बढ़ गई हैं।











