👉 TMC से निलंबित हुमायूं की जनता उन्नयन पार्टी (JUP) ने मुर्शिदाबाद और बालीगंज में उतारे दो हिन्दू महिला उम्मीदवार
👉 पार्टी ऐलान मंच से ही कबीर ने मुख्यमंत्री ममता को दी चुनौती, स्पीकर ने किया विधानसभा सदस्यता खत्म होने का ऐलान
कोलकाता : मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखने वाले तृणमूल कांग्रेस से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने सोमवार को अपनी अलग नई राजनीतिक पार्टी का गठन का ऐलान किया। कबीर ने अपनी पार्टी का नाम जनता उन्नयन पार्टी (JUP) रखा है। पार्टी के चुनाव चिह्न के लिए उन्होंने कहा कि उनकी पहली पसंद ‘टेबल’ है। दूसरी पसंद ‘जोड़े गुलाब’ (ट्विन रोजेज) है। बेलडांगा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 2026 विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी 294 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी, खासकर 90 से 100 मुस्लिम बहुल सीटों पर पूरा फोकस रहेगा।
हुमायूं ने कहा कि उनकी पार्टी सिर्फ आम लोगों के विकास की बात करेगी। उसी आधार पर जनता उन्नयन पार्टी नाम रखा गया है। उन्नयन का मतलब विकास है। कबीर ने तृणमूल और भाजपा के विरोधियों से अपील की कि वे एकजुट हों और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार को हटाने के लिए गठबंधन में चुनाव लड़ें।
आधा दर्जन से अधिक सीटों पर उम्मीदवारों का किया ऐलान
अपनी नई पार्टी के चेयरमैन हुमायूं कबीर ने यह भी स्पष्ट किया कि वह खुद बेलडांगा और रेजीनगर सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने हिंदू महिला उम्मीदवार मनीषा पांडे को मुर्शिदाबाद से और निशा चटर्जी को कोलकाता की बालीगंज सीट से उम्मीदवार घोषित किया। खड़गपुर (ग्रामीण) से इब्राहिम हादी, मालदा के वैष्णवनगर से मुस्तरा बीबी, भगवानगोला से बिजनेसमैन हुमायूं कबीर, इच्छापुर से सिराजुल मंडल और रानीनगर से डॉ. हुमायूं कबीर को बतौर प्रार्थी घोषित किया गया। उन्होंने यह भी संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ भवानीपुर और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ नंदीग्राम से उम्मीदवार उतार सकती है।
हुमायूं कबीर का 100 सीटें जीतने का दावा
हुमायूं कबीर ने पश्चिम बंगाल पुलिस को भी धमकी दी है कि अगर आज की मीटिंग में शामिल होने पर उनकी पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता के खिलाफ झूठे केस दर्ज किए गए तो वह 12 घंटे में पुलिस स्टेशन का घेराव करेंगे और पुलिस स्टेशन की एक-एक ईंट निकाल देंगे। टीएमसी और बीजेपी दोनों पर हमला बोलते हुए कबीर ने कहा, “मैं 100 सीटें जीतूंगा – 70 मुस्लिम और 30 हिंदू विधायकों के साथ। किसी में हिम्मत है तो मुझे छूकर दिखाए।” माना जा रहा है कि उनका यह बयान बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के मुस्लिम विधायकों को विधानसभा से बाहर फेंकने वाले बयान के जवाब में आया है।
ममता बनर्जी पर हुमायूं कबीर के गंभीर आरोप
हुमायूं कबीर ने ममता बनर्जी पर आरएसएस से नजदीकी रिश्तों का आरोप भी लगाया। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री के समर्थन से बंगाल में आरएसएस की शाखाएं तेजी से बढ़ी हैं। साथ ही, ब्रिगेड परेड ग्राउंड में विशाल रैली आयोजित करने का ऐलान किया, जिसे गीता पाठ के बाद कुरान पाठ का ‘जवाब’ बताया जा रहा है।
100 से ज्यादा सीटों पर पार्टी लड़ेगी चुनाव
कबीर ने बताया कि मुर्शिदाबाद उनका जन्मस्थान है और इस जिले से उनका खास रिश्ता है, इसलिए यहां पार्टी की मजबूत मौजूदगी तय है। कार्यक्रम के दौरान पार्टी के पदाधिकारियों की भी घोषणा की जाएगी। पश्चिम मेदिनीपुर के अल हाज हाजी को संगठन में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। हुमायूं कबीर ने यह भी कहा कि वे जल्द ही बरहामपुर से रोड शो निकालेंगे। उनका दावा है कि उनकी पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और नतीजों के बाद सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।
हुमायूं कबीर की विधानसभा सदस्यता खत्म: स्पीकर
पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने निलंबित तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हुमायूं कबीर को निलंबित किया जा चुका है और उनकी विधानसभा सदस्यता भी समाप्त कर दी गई है। बता दें कि हुमायूं कबीर का राजनीतिक सफर भी विवादों से भरा रहा है। उन्होंने कांग्रेस से राजनीति शुरू की, फिर टीएमसी में आए, बीजेपी से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा और 2021 में दोबारा टीएमसी से भरतपुर विधायक बने। दिसंबर 2025 में बेलडांगा में ‘बाबरी मस्जिद’ की नींव रख, जिसपर बड़ा विवाद देखा गया।
भाजपा ने कबीर पर कसा तंज
वहीं, भाजपा ने कबीर पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी नई पार्टी चुनाव में कोई असर नहीं डाल पाएगी। भाजपा का दावा है कि कबीर परोक्ष रूप से TMC की मदद कर रहे हैं और जनता उन्हें नकार देगी। TMC की ओर से फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।











