आसनसोल।
बुधवार सुबह आसनसोल दक्षिण की बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पाल ने डामरा के पास स्थित बालू घाट पर अचानक छापा मारकर अवैध बालू खनन और तस्करी के खिलाफ बड़ा कदम उठाया। मौके पर पहुंचे ओवरलोड ट्रकों और डंपरों को देखकर विधायक ने सख्ती दिखाते हुए कई वाहनों की चाबियां जब्त कर लीं और चालकों को कड़ी चेतावनी दी।
“दिन-रात हो रही है अवैध बालू तस्करी” — अग्निमित्रा पाल
मौके पर मौजूद लोगों और मीडिया से बातचीत में अग्निमित्रा पाल ने कहा—
“यहां से दिन-रात अवैध बालू की तस्करी हो रही है। ट्रक और डंपर जरूरत से ज्यादा बालू लादकर कोलकाता और दूसरे इलाकों में भेजे जा रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोगों को एक ट्रैक्टर बालू भी नहीं मिल पा रहा। यह अन्याय मैं किसी भी कीमत पर नहीं होने दूंगी।”
उन्होंने साफ शब्दों में कहा—
“अब केवल वैध चालान रखने वालों को ही बालू ढोने की अनुमति होगी और तय मात्रा से एक कण भी ज्यादा बालू लोड नहीं किया जाएगा।”
पुलिस प्रशासन पर तीखा हमला
विधायक ने पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा—
“इतनी बड़ी मात्रा में अवैध खनन और तस्करी चल रही है, फिर भी पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
अग्निमित्रा पाल ने कड़ा संदेश देते हुए चेतावनी दी—
“अगर अवैध बालू खनन तुरंत बंद नहीं हुआ, तो मैं व्यक्तिगत रूप से सड़क पर उतरकर इसे रोकूंगी।”
स्थानीय लोगों ने किया विधायक के कदम का स्वागत
विधायक की इस अचानक कार्रवाई से बालू माफियाओं में हड़कंप मच गया है। वहीं स्थानीय लोगों ने अग्निमित्रा पाल के इस कदम की जमकर सराहना की। ग्रामीणों का कहना है—
“बालू माफिया लंबे समय से खुलेआम चोर-तस्करी कर रहे थे। आज पहली बार किसी जनप्रतिनिधि ने उनके खिलाफ खुलकर कार्रवाई की है। इससे उन्हें बड़ा झटका लगा है।”
पर्यावरण और जनहित से जुड़ा बड़ा मुद्दा
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि अवैध बालू खनन से नदियों का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ रहा है, सड़कें टूट रही हैं और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता जा रहा है। विधायक की यह कार्रवाई पर्यावरण संरक्षण और आम जनता के अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक बड़ा संदेश मानी जा रही है।
अब सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि पुलिस और प्रशासन आगे क्या ठोस कदम उठाते हैं और क्या सचमुच बालू माफियाओं पर स्थायी लगाम लग पाती है या नहीं।












