📍कुल्टी, पश्चिम बंगाल (आसनसोल):
कुल्टी थाना क्षेत्र के नीचुग्राम इलाके में सोशल मीडिया पर एक महिला के हाथ में बंदूक लिये फोटो को लेकर सियासी बवाल मच गया है। यह तस्वीर तृणमूल कांग्रेस (TMC) कार्यकर्ता राजू खान की पत्नी की बताई जा रही है, जिसे भाजपा के अल्पसंख्यक नेता जीशान कुरैशी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपलोड किया था।
राजू खान ने इस मामले में कुल्टी थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया है कि जीशान कुरैशी ने “बदले की भावना” से उनकी पत्नी की छवि खराब करने की नीयत से एआई (Artificial Intelligence) द्वारा बनाई गई फर्जी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है, जिसमें उनकी पत्नी को हाथ में बंदूक लिये दिखाया गया है।
राजू खान ने कहा कि जैसे ही यह तस्वीर वायरल हुई, उनके दोस्तों और रिश्तेदारों ने उन्हें फोन कर तरह-तरह के सवाल पूछने शुरू कर दिए। इससे उनके परिवार पर गहरा मानसिक असर पड़ा है। उन्होंने लिखा कि लगातार बदनामी की वजह से अब घर में ऐसा माहौल बन गया है कि वह आत्महत्या तक करने की सोच रहे हैं। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि दोषी के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए।
👉 जीशान कुरैशी का बयान:
इस पर भाजपा अल्पसंख्यक नेता जीशान कुरैशी ने कहा कि उनका राजू खान से किसी भी तरह का निजी विवाद नहीं है। उन्होंने माना कि उन्होंने फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था, लेकिन उसका उद्देश्य किसी को बदनाम करना नहीं था।
उनका कहना है कि उन्हें यह फोटो किसी माध्यम से प्राप्त हुआ था, और उन्होंने खुद पुलिस से जांच की मांग की है कि यह तस्वीर वास्तव में एआई जनरेटेड है या महिला के हाथ में असली या खिलौना बंदूक है।
🗣️ अमित यादव का नाम भी आया सामने:
इस पूरे विवाद में भाजपा नेता ने कहा कि राजू खान कुलटी ब्लॉक-2 के यूथ प्रेसिडेंट अमित यादव के करीबी हैं। इस पर अमित यादव ने साफ कहा, “मैं कुलटी की जनता का सेवक हूं, हर वर्ग के लोगों से मिलता हूं। अगर कोई मुझे झूठे मामले में फंसा कर बदनाम करना चाहता है तो करे, जनता सब जानती है — माँ माटी माणुष के साथ मैं हमेशा रहूंगा।”
🔎 क्या है सच्चाई बंदूक की?
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, वायरल फोटो में महिला के हाथ में दिख रही बंदूक असली नहीं, बल्कि एक लाइटर टाइप खिलौना बंदूक है, जिसका इस्तेमाल रील या वीडियो शूट करने के लिए किया जाता है।
राजू खान के परिजनों ने भी बताया कि जीशान ने बिना पुष्टि के फोटो को वायरल कर दिया, जिससे घर की महिलाएं और बच्चे तनाव में हैं।
🚨 फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
सोशल मीडिया पर एआई द्वारा बनाए गए फर्जी चित्रों को लेकर पहले भी विवाद खड़े होते रहे हैं, लेकिन अब यह मामला राजनीतिक रंग ले चुका है।

















