दुर्गापुर गैंगरेप में CM ममता ने तोड़ी चुप्पी, पुलिस रिमांड पर गए 3 आरोपित, कोर्ट में वकीलों ने नहीं की पैरवी

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दुर्गापुर : दुर्गापुर गैंगरेप केस में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है लेकिन दो आरोपी अभी भी फरार हैं. इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बेहद बेतुका बयान दिया है.

ममता बनर्जी ने कहा है कि लड़कियों को रात में बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. बनर्जी ने कहा कि इस मामले में उनकी सरकार को घसीटना सही नहीं है क्योंकि लड़की की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी मेडिकल कॉलेज की थी.

बनर्जी ने कहा कि विशेष रूप से बच्चियों को रात के समय बाहर जाने नहीं देना चाहिए. उन्हें भी खुद की सुरक्षा करनी चाहिए. ममता ने इस घटना को शॉकिंग बताते हुए कहा कि इस घटना में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. इस तरह के अपराध को लेकर हमारी जीरो टॉरलेंस पॉलिसी है. तीन आरोपियों को अरेस्ट किया गया है और पुलिस अन्य की तलाश कर रही है. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

उन्होंने कहा कि यह एक निजी कॉलेज है. तीन हफ्ते पहले ओडिशा के समुद्र तट पर तीन लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ था. ओडिशा सरकार वहां क्या कार्रवाई कर रही है? यह लड़की एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ती थी. वह रात 12:30 बजे कैसे बाहर आई? जहां तक मेरी जानकारी है, यह घटना जंगल वाले क्षेत्र में हुई. मुझे नहीं पता वहां क्या हुआ. कॉलेज को लड़कियों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहना चाहिए और रात में कॉलेज से बाहर नहीं जाना चाहिए. वह इलाका जंगल के पास है. पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है. किसी को छोड़ा नहीं जाएगा. दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी.

3 आरोपितों को 10 दिनों की पुलिस रिमांड, कोर्ट में वकीलों ने नहीं की पैरवी

बता दें कि दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज की सेकंड ईयर की छात्रा का गैंगरेप किाय गया. यह घटना शुक्रवार की रात की है. पीड़िता ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली है और दुर्गापुर के शोभापुर इलाके के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में MBBS की पढ़ाई कर रही है. दुर्गापुर गैंगरेप केस में तीनों आरोपियों को दस दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया. राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने दुर्गापुर गैंगरेप मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है और जांच दल भेजा है. वहीं, इस घटना के विरोध में दुर्गापुर और ओडिशा में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जहां दोषियों के लिए फांसी की मांग की जा रही है.

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तीन युवकों को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने रिमांड की मांग की. जिसे स्वीकारते हुए कोर्ट ने आरोपियों को 10 दिनों की पुलिस रिमांड में भेजने का निर्देश दिया। इधर कोर्ट में आरोपितों की ओर से कोई वकील खड़ा नहीं हुआ. आरोपितों में शेख रियाजउद्दीन उर्फ मंटू, अप्पू बाउरी, फिरदौस शेख हैं, जो बिजड़ा गांव के निवासी है। इन सभी पर गैंग रेप के तहत मामला दर्ज किया गया है.

लोकेशन के आधार पर हुई तलाश

घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी थी। आरंभ में पीड़ित छात्रा के मित्र वासिफ अली को पूछताछ की। उसके बाद मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर आरोपितों की तलाश में जुट गई। घटना के बाद आरोपितों ने पीड़िता का फोन छीन लिया था। उस फोन को वापस करने के लिए तीन हजार रुपए की मांग की थी।

जंगल में सर्च ऑपरेशन, ड्रोन से निगरानी

पुलिस को संदेह है कि इस घटना में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, इसलिए इलाके में ड्रोन से जंगलों की निगरानी की जा रही है। पुलिस ने पीड़िता के एक दोस्त को भी हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

राजनीति गरमाई, जोरदार विरोध-प्रदर्शन

इस जघन्य अपराध के बाद राजनीति भी गरमा गई है। भाजपा ने कई बार थाना घेराव और सड़क अवरोध कर विरोध जताया है। वहीं, सीपीएम और कांग्रेस भी सक्रिय हो गई हैं। रविवार सुबह पश्चिम बर्दवान जिला कांग्रेस ने न्यू टाउनशिप थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष देवेश चक्रवर्ती ने किया। उन्होंने कहाआर.जी. कर की घटना के बाद यह एक और बड़ी घटना है, जिसने राज्य को शर्मसार किया है। जब राज्य की पुलिस मंत्री महिला हैं, तब भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं। पुलिस सिर्फ सरकार की दलाली कर रही है।”

अभया मंच ने भी किया प्रदर्शन

घटना के विरोध में अभया मंच के प्रतिनिधि भी IQ City हॉस्पिटल पहुंचे और प्रदर्शन किया। मंच की मांग है कि “दोषियों को सबसे कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हों।”

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