पटना : बिहार में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है। 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए वोटिंग 2 फेज में होगी। 6 और 11 नवंबर को मतदान और नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। चुनाव प्रक्रिया 40 दिन चलेगी। चुनाव आयोग ने सोमवार शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 7 करोड़ 41 लाख मतदाता वोट डालने के लिए पंजीकृत हैं। यह आंकड़े आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद जारी किए गए थे। एसआईआर के बाद राज्य में मतदाताओं की संख्या में करीब 41 लाख की कमी आई है। वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार पांच लाख से ज्यादा नए मतदाता वोट डालेंगे।

पिछले बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में तीन चरणों में वोटिंग हुई थी. 28 अक्टूबर 2020 को पहले चरण, 3 नवंबर 2020 को दूसरे चरण और 7 नवंबर 2020 को तीसरे चरण में चुनाव संपन्न हुए थे. मतगणना 10 नवंबर 2020 को हुई थी.
एक कॉल पर BLO से करें बात

निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए पूरी चुनावी मशीनरी को अब सिर्फ एक कॉल की दूरी पर ला दिया है. बिहार में कुल 90,712 बीएलओ (BLOs), 243 ईआरओ (EROs) और 38 डीईओ (DEOs) नियुक्त किए गए हैं, जिनसे अब सीधे संपर्क किया जा सकता है. मतदाता 1950 (Voter Helpline) नंबर पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए केवल संबंधित जिले का STD कोड लगाकर +91-STD Code-1950 डायल करना होगा — जैसे पटना के लिए +91-612-1950. साथ ही, ECINet ऐप के माध्यम से मतदाता अपने BLO से कॉल बुक भी कर सकते हैं.
बिहार में नई व्यवस्था के तहत होंगे चुनाव
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग बिहार के आगामी विधानसभा चुनावों में 17 नई पहल लागू करने जा रहा है। इनमें से कुछ पहल मतदान प्रक्रिया से पहले, कुछ उसके दौरान और कुछ प्रक्रिया खत्म होने के बाद से संबंधित हैं। कुमार ने कहा, पहली बार 100 फीसदी मतदान केंद्रों पर वेबकास्ट की सुविधा लागू की जा रही है।

ECI Net ऐप होगा लॉन्च
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव से निर्वाचन आयोग का नया ‘ECI Net’ सिंगल विंडो ऐप लॉन्च किया जाएगा. इसे मदर ऑफ ऑल इलेक्शन ऐप्स बताया जा रहा है. यह ऐप बिहार चुनाव से पूरी तरह संचालित और सक्रिय रहेगा, जिसके जरिए निर्वाचन से जुड़ी सभी प्रमुख प्रक्रियाओं की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी.
बिहार चुनाव पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होंगे- CEC ज्ञानेश कुमार
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा- मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि बिहार चुनाव पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होंगे. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार बिहार में कुल 90,712 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां औसतन प्रति केंद्र 818 मतदाता रजिस्टर्ड हैं. इनमें से 76,801 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में हैं, जबकि 13,911 शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं. सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था (100%) की गई है. साथ ही, 1,350 मॉडल मतदान केंद्र भी स्थापित किए गए हैं ताकि मतदाताओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.

निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता हैं. इनमें करीब 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिला और 1,725 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं. 7.2 लाख दिव्यांग मतदाता और 4.04 लाख 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक भी वोटर सूची में हैं. इसके अलावा 14 हजार शतायु मतदाता यानी 100 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिक भी मतदान के पात्र हैं. आंकड़ों के अनुसार 1.63 लाख सर्विस वोटर्स, 1.63 करोड़ युवा मतदाता (20-29 वर्ष) और करीब 14.01 लाख प्रथम बार वोट देने वाले (18-19 वर्ष) मतदाता शामिल हैं.

आम आदमी पार्टी ने जारी की पहली लिस्ट
बिहार में चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है. पहली लिस्ट में बेगूसराय, कुशेश्वरस्थान, सरैया, कस्बा, बेनीपट्टी, फुलवारी शरीफ, बांकीपुर, किशनगंज सदर, परिहार, गोविंदपुर और बक्सर से उम्मीदवार का ऐलान किया है.
राजस्थान समेत 7 प्रदेशों में उपचुनाव भी होंगे
चुनाव आयोग ने यह भी घोषणा की कि छह राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में भी आठ सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होंगे. इसके नतीजे बिहार चुनाव के नतीजे के साथ ही 14 नवंबर को आएंगे.
चुनाव आयोग ने सात राज्यों में आठ विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव कराने की भी घोषणा की है. इन उपचुनावों का कारण विभिन्न कारणों से खाली हुई सीटें हैं.
छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश की 8 सीटों पर उपचुनाव
1. जम्मू और कश्मीर के बडगाम (Budgam) और नागरोटा (Nagrota), जहां उमर अब्दुल्ला के इस्तीफे और देवेंद्र सिंह राणा की मौत के कारण सीट खाली हुई है.
2. राजस्थान के अंत (Anta) विधानसभा क्षेत्र में कंवरलाल के अयोग्य घोषित होने के कारण उपचुनाव होगा.
3. झारखंड के घाटसिला (Ghatsila) मौलिक अनुसूचित जनजाति क्षेत्र में रामदास सोरेन के निधन के कारण उपचुनाव होगा.
4. तेलंगाना के जुबली हिल्स (Jubilee Hills) में मगंती गोपिनाथ के निधन की वजह से उपचुनाव कराया जा रहा है.
5. पंजाब के तरनतारन (Tarn Taran) में डॉ. कश्मीर सिंह सोहल के निधन के कारण उपचुनाव होना है.
6. मिजोरम के डांपा (Dampa) अनुसूचित जनजाति क्षेत्र में श्री ललरिंटलुआंगा सैलो की मृत्यु के कारण उपचुनाव होगा.
7. ओडिशा के नुआपाड़ा (Nuapada) में श्री राजेंद्र ढोलाकिया के निधन कारण उपचुनाव होगा.












