सालानपुर पुलिस पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा: फर्जी केस और आधी रात छापेमारी के आरोप

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आसनसोल, रिपोर्ट: सुजीत बाल्मीकि।
सालानपुर थाना क्षेत्र में पुलिस की कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। शुक्रवार को भारी संख्या में लोग जिलाशासक कार्यालय पहुंचे और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखित ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस लगातार निर्दोष लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसा रही है, आधी रात को घरों में दबिश देकर महिलाओं-बच्चों तक को डराया-धमकाया जा रहा है।

📌 देन्दुआ हादसे से बढ़ा विवाद
यह पूरा मामला उस सड़क हादसे से जुड़ा है, जब कुछ दिन पहले देन्दुआ क्षेत्र में ट्रक की चपेट में आने से एक बाइक सवार की मौत हो गई थी। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने करीब 18 घंटे तक सड़क जाम किया। पुलिस ने जबरन जाम हटाने के लिए लाठीचार्ज किया, जिससे माहौल और बिगड़ गया। पुलिस का कहना है कि इस दौरान पथराव और हमला हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

📌 ग्रामीणों का आरोप
गांव की महिला कल्पना महतो ने जिलाशासक को सौंपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया कि पुलिस उनके बेटे अमर महतो को झूठे केस में फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस रात में घर में घुसकर परिवार को धमकाती है और यह पहली बार नहीं है, पहले भी उनके बेटे पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए थे।

📌 पुलिस का पक्ष
हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने इन आरोपों को नकार दिया। पुलिस का कहना है कि किसी तरह का उत्पीड़न नहीं किया गया है। कार्रवाई केवल ठोस शिकायतों और जांच के आधार पर की जा रही है।

📌 ग्रामीणों की चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने स्पष्ट कहा कि अगर निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो वे बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। उनका आरोप है कि पुलिस सत्ता के दबाव में आम लोगों को परेशान कर रही है।

📌 जिलाशासक का आश्वासन
जिलाशासक ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और किसी निर्दोष को सजा नहीं दी जाएगी। इस आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए, लेकिन इलाके में अब भी तनाव का माहौल बरकरार है।

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