दुर्गापुर, 7 सितंबर:
शनिवार का दिन दुर्गापुर शहर के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। लगभग नौ साल बाद एसएससी (School Service Commission) की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का आयोजन हुआ। लंबे इंतज़ार के बाद जब यह परीक्षा दोबारा आयोजित हुई तो अभ्यर्थियों में उत्साह, भावनाएं और उम्मीदें चरम पर थीं।
📝 सुबह से ही लगी लंबी कतारें
शहर के सात परीक्षा केंद्रों — वोमेंस कॉलेज, गवर्नमेंट कॉलेज, माइकल मधुसूदन मेमोरियल कॉलेज, बिधाननगर स्कूल, विवेकानंद स्कूल, सागडभांगा स्कूल और अन्य — पर सुबह-सुबह ही अभ्यर्थियों की लंबी कतारें दिखीं। कई परीक्षार्थी तो भोर से पहले ही केंद्रों पर पहुंच गए।
🙌 अभ्यर्थियों का जज्बा
एक अभ्यर्थी ने भावुक होकर कहा— “नौ साल से तैयारी करते-करते हम थक चुके थे, लेकिन आज फिर से उम्मीद जगी है। यह सिर्फ परीक्षा नहीं, हमारे सपनों की लड़ाई है।”
👮 कड़ी सुरक्षा और सख्त गाइडलाइन
परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए थे। पुलिस बल के साथ कॉलेज प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। प्रवेश द्वार पर ही अभ्यर्थियों को गाइडलाइन दी जा रही थी। गले की चेन, कान की बाली, नथ आदि गहनों पर रोक लगाई गई थी।
⏰ समय पर हुई परीक्षा
दोपहर 12 बजे तक सभी परीक्षार्थियों को प्रवेश दे दिया गया और समय पर परीक्षा शुरू हुई। नकल या किसी तकनीकी गड़बड़ी की कोई खबर नहीं आई।
🌟 सिर्फ भर्ती नहीं, एक पीढ़ी का संघर्ष
यह परीक्षा केवल शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया नहीं थी, बल्कि यह पूरी पीढ़ी के धैर्य, संघर्ष और उम्मीदों का प्रतीक बन गई। हर उम्मीदवार के चेहरे पर उम्मीद की चमक और जीत की चाह दिखाई दे रही थी।
👉 अब सभी की निगाहें नतीजों और आगे की भर्ती प्रक्रिया पर टिकी हैं।












