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“भूकंप नहीं, कमजोर इमारतें जान लेती हैं” — दुर्गापुर में सोनम वांगचुक

दुर्गापुर, पश्चिम बर्दवान:
लद्दाख के जाने-माने इंजीनियर और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक ने बुधवार को दुर्गापुर के सृजनी थिएटर में आयोजित डॉ. बी. सी. रॉय इंजीनियरिंग कॉलेज के रजत जयंती समारोह में युवाओं को ज़िम्मेदारी और सतर्कता का बड़ा संदेश दिया।

कार्यक्रम में शामिल होते हुए उन्होंने साफ़ कहा—
👉 “भूकंप प्राकृतिक आपदा है, इसे रोकना संभव नहीं। लेकिन असली खतरा भूकंप से ज्यादा गलत डिज़ाइन और कमजोर इमारतें हैं, जो पल भर में अनगिनत जिंदगियां ले सकती हैं।”

🔴 हिमालयी क्षेत्र के लिए चेतावनी

वांगचुक ने कहा कि हिमालयी क्षेत्र संवेदनशील है और यहां पहले भी कई बड़े भूकंप आ चुके हैं, भविष्य में भी आएंगे। उन्होंने इंजीनियरिंग छात्रों को सीधी चेतावनी दी कि अगर अभी से तैयारी नहीं की गई तो आने वाले समय में तबाही का अंदाजा लगाना मुश्किल होगा।
उन्होंने सुझाव दिया कि—

  • विकास कार्यों में भूकंपरोधी तकनीक को प्राथमिकता दी जाए।
  • इंजीनियरिंग के छात्रों को सुरक्षित और मजबूत निर्माण की शिक्षा दी जाए।
  • शहरीकरण के नाम पर कमजोर और घटिया निर्माण को बिल्कुल भी बर्दाश्त न किया जाए।

🏛️ कार्यक्रम में शामिल प्रमुख हस्तियां

इस मौके पर पूर्व भारतीय सेना प्रमुख अरूप राहा, पश्चिम बर्दवान के जिलाधिकारी पन्नम बलम एस, एसडीओ सौरव चटर्जी, कॉलेज महासचिव तरुण भट्टाचार्य, कोषाध्यक्ष जर्नेल सिंह, अधिकारी सत्यजीत बसु और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

तरुण भट्टाचार्य ने कहा—
👉 “आज हमारे बीच देश की प्रेरणास्रोत शख्सियत मौजूद हैं। उनके विचार न केवल छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे, बल्कि पूरे समाज को भी जागरूक करेंगे।”

🌐 युवाओं को संदेश

वांगचुक ने छात्रों से अपील की कि वे टिकाऊ विकास और सुरक्षित इंजीनियरिंग को ही अपना लक्ष्य बनाएं। उन्होंने कहा, “अगर हम मजबूत और सुरक्षित इमारतें बनाएंगे तो भूकंप कभी इंसान की जान नहीं ले पाएगा।”

ghanty

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