दिल्ली: राजधानी दिल्ली में आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि शहर में घूमने वाले सभी कुत्तों को एक जगह रखा जाए। यह आदेश दो लोगों की मौत के बाद आया है, जिन्हें आवारा कुत्तों ने काट लिया था।
लेकिन सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश देशभर में विवाद का विषय बन गया है। खासकर डॉग लवर्स ने इसके खिलाफ जोरदार विरोध शुरू कर दिया है।
दुर्गापुर में भी कुत्ता प्रेमियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। एवनतीका, जो खुद को एक डॉग लवर बताती हैं, ने कहा—
👉 “हम सुप्रीम कोर्ट की राय को नहीं मानते। कुत्ते इंसानों की तरह ही परिवार का हिस्सा होते हैं। अगर सरकार और कोर्ट इन्हें कैद करेंगे तो यह अमानवीय होगा। जब तक यह कानून वापस नहीं लिया जाएगा, आंदोलन जारी रहेगा।”
डॉग लवर्स का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि कुत्तों को केवल खतरे के रूप में देखना गलत है। उनका तर्क है कि सरकार को आवारा कुत्तों के लिए वैक्सिनेशन, रेस्क्यू सेंटर और गोद लेने की योजनाएं बनानी चाहिए, न कि उन्हें कैद करने का कानून।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश एक तरफ आम नागरिकों की सुरक्षा की बात करता है, वहीं दूसरी ओर पशु प्रेमी इसे पशु-अधिकारों का उल्लंघन मान रहे हैं।
फिलहाल, कुत्ता प्रेमियों ने चेतावनी दी है कि अगर आदेश वापस नहीं लिया गया तो देशभर में बड़े आंदोलन होंगे।