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आसनसोल में कवि सुकांत भट्टाचार्य को श्रद्धांजलि, साहित्यिक माहौल में मनाई जयंती

आसनसोल, शनिवार।
पश्चिम बंगाल के प्रख्यात क्रांतिकारी कवि सुकांत भट्टाचार्य की जयंती के अवसर पर शनिवार को आसनसोल नगर निगम की ओर से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान सुकांत मैदान में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

कार्यक्रम में आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे। उनके साथ निगम के अन्य अधिकारी और गणमान्य लोग भी शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में कहा कि सुकांत भट्टाचार्य की कविताएँ आज भी युवाओं को समाज और देश के प्रति जागरूक करती हैं।

अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि सुकांत भट्टाचार्य केवल कवि ही नहीं, बल्कि संघर्ष और समाज परिवर्तन की आवाज़ थे। उनकी रचनाएँ आज भी साम्यवाद, समानता और मानवता के मूल्यों को जीवित रखती हैं।

स्थानीय साहित्यकारों और छात्रों ने भी कवि की कविताओं का वाचन किया, जिससे कार्यक्रम का वातावरण साहित्यिक और भावनात्मक हो उठा। वहीं, आम नागरिकों ने भी बड़ी संख्या में आकर अपने प्रिय कवि को श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम स्थल पर “আসে আসুক নতুন সূর্য” (आए आए नया सूरज) जैसी उनकी प्रसिद्ध पंक्तियों का पाठ हुआ, जिससे वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं और माहौल देशभक्ति से भर गया।

ghanty

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