आसनसोल, पश्चिम बंगाल: हैरान कर देने वाले इस जघन्य अपराध में आखिरकार न्याय की जीत हुई। 12 मई 2024 की वह काली रात जब आसनसोल के हीरापुर थाना क्षेत्र के नर्सिंग बाँध इलाके में एक पिता ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया था, आज उसी हैवान को आसनसोल अदालत ने फांसी की सजा सुना कर बड़ा संदेश दिया है।
क्या था पूरा मामला?
दरिंदे पिता ने पत्नी और 15 वर्षीय बेटी को भोजन में नशे की दवा खिलाई, फिर बेटी के साथ दुष्कर्म किया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे आसनसोल को हिलाकर रख दिया था। पिता नाम के इस राक्षस ने रिश्ता ही नहीं, इंसानियत की भी सारी हदें पार कर दी थीं।
अदालत का बड़ा फैसला: 1 साल 3 महीने बाद मिली फांसी की सजा
लगातार चली सुनवाई के बाद आसनसोल अदालत ने एक साल तीन महीने में इस केस का फैसला सुनाया। न्यायाधीश ने इसे ‘दुर्लभतम श्रेणी का अपराध’ मानते हुए दरिंदे को फांसी की सजा दी।
पीड़िता की मां ने कहा – “न्याय पर भरोसा बना रहा”
फैसले के बाद मृतका की मां ने भावुक होकर कहा:
“मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरा पति इतना हैवान हो सकता है। अदालत ने मुझे न्याय दिया, अब मेरी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी।”
इस फैसले का असर
यह निर्णय पूरे शहर के लिए एक बड़ा संदेश है कि ‘औरतों व बेटियों के साथ दरिंदगी करने वालों को अब कोई नहीं बचा सकता।’ इस फैसले के बाद लोगों में न्याय व्यवस्था के प्रति भरोसा और मजबूत हुआ है।
✅ हैवानियत के खिलाफ सख्त संदेश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अदालत ने इस मामले को ‘स्पीडी ट्रायल’ के तहत रखा ताकि ऐसे मामलों में न्याय देर से न हो। यह सजा कानून के सख्त तेवर का सबूत है।