दुर्गापुर/आसनसोल:
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में गौ व्यवसाय से जुड़े अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर कथित हमले को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। इस मामले में अब तक पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल का कहना है कि यह कार्रवाई अधूरी है और सभी दोषियों की गिरफ्तारी जरूरी है।
मंगलवार को कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष फिरोज खान की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय पहुंचकर पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यह घटना सिर्फ आपराधिक नहीं, बल्कि एक सुनियोजित सांप्रदायिक हमला है, जिसका उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय में डर पैदा करना है।
पुलिस पर भी सवाल:
फिरोज खान ने कहा कि “हमारे पास कई ऐसे वीडियो और सबूत हैं जो दिखाते हैं कि पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। कुछ पुलिसकर्मियों ने हमलावरों को खुला समर्थन दिया है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह आंदोलन पूरे राज्य में फैलेगा।”
राजनीति गरमाई:
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह मामला सिर्फ दुर्गापुर तक सीमित नहीं है। देशभर में अल्पसंख्यक व्यवसायियों को एक खास एजेंडे के तहत निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हमलावर भाजपा से जुड़े हुए हैं और राजनीतिक संरक्षण में काम कर रहे हैं।
आम जनता में आक्रोश:
घटना के बाद से ही इलाके में तनाव बना हुआ है। कई सामाजिक संगठनों और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी विरोध प्रदर्शन किए हैं। खास बात यह है कि अब सोशल मीडिया पर यह मामला वायरल हो रहा है और लोग आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस का अल्टीमेटम:
कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल ने साफ कर दिया है कि यदि जल्द ही सभी दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया और पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच नहीं हुई, तो राज्यव्यापी धरना-प्रदर्शन और आंदोलन शुरू किया जाएगा।