दुर्गापुर |
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर शहर एक बार फिर विवादों की चपेट में आ गया है, जहां गौ-चोरी के शक में भीड़ द्वारा की गई मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कोकओवन थाना पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि भाजपा युवा मोर्चा के नेता पारिजात गांगुली अब भी फरार हैं।
🛑 क्या है पूरा मामला?
कुछ दिनों पहले दुर्गापुर में कथित तौर पर गौ-चोरी की घटना को लेकर कुछ लोगों ने एक युवक को घेरकर न केवल मारपीट की, बल्कि उसे अपमानित भी किया। सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई।
👮♂️ दो आरोपी हिरासत में, BJP नेता की तलाश जारी
- गिरफ्तार आरोपी:
- दीपक दास (महानंदा पल्ली, दुर्गापुर से गिरफ्तार)
- अनिस भट्टाचार्य (आड़ा विधान पार्क क्षेत्र से गिरफ्तार)
- दोनों को गुरुवार देर रात पकड़ा गया और शुक्रवार को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश किया गया।
- मामले में भाजपा युवा मोर्चा के नेता पारिजात गांगुली की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
🔍 पुलिस का बयान:
कोकओवन थाना प्रभारी के अनुसार—
“हम मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा हो।”
📣 राजनैतिक हलचल शुरू
इस घटना के बाद दुर्गापुर और आसपास के इलाकों में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। विपक्ष ने भाजपा पर “भीड़ तंत्र” को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है, जबकि भाजपा ने इसे “गौ-तस्करी से जुड़ा स्थानीय मामला” बताकर बचाव किया है।
🧑⚖️ जनता की मांग: सख्त कार्रवाई
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि—
- यदि कोई अपराधी है, तो कानून के दायरे में सज़ा दी जाए,
- लेकिन भीड़तंत्र के ज़रिये इंसाफ की कोशिश पूरी तरह असंवैधानिक है।