📍 रवींद्र भवन, आसनसोल – रविवार को आसनसोल एक ऐतिहासिक फैसले का गवाह बना, जब पश्चिम बर्धमान जिला डेकोरेटर समन्वय समिति के 13वें वार्षिक सम्मेलन में बाल विवाह के खिलाफ एक कड़ा और साहसिक निर्णय लिया गया।
🛑 बाल विवाह? कोई सजावट नहीं!
समिति ने स्पष्ट शब्दों में ऐलान किया कि –
“यदि कहीं भी बाल विवाह का आयोजन होता है, तो समिति से जुड़ा कोई भी डेकोरेटर वहां सेवा नहीं देगा।”
इतना ही नहीं, अगर किसी डेकोरेटर को ऐसे आयोजन की जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत प्रशासन को सूचित करेगा।
🧠 सम्मेलन में क्या-क्या हुआ?
🔹 जिले के 600 और राज्यभर के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
🔹 संगठन की वार्षिक समीक्षा, नई जिला कमेटी का गठन।
🔹 बाल विवाह, सामाजिक कुरीतियों, और सजावट उद्योग की चुनौतियों पर गहन चर्चा।
🔹 भविष्य में “सामाजिक जागरूकता अभियान” चलाने का निर्णय।
🗣️ प्रतिनिधियों की राय:
सभी डेकोरेटर्स ने इस फैसले का भव्य स्वागत किया और कहा कि यह केवल एक संगठनात्मक निर्णय नहीं, बल्कि समाज को बदलने का संकल्प है।
“हम केवल स्टेज नहीं सजाते, अब समाज को भी सजाएंगे।”
💥 यह फैसला क्यों है ऐतिहासिक?
✅ सजावट सेवा बाल विवाह जैसे अपराध में सहायक न बनें
✅ समाज को स्पष्ट संदेश – कुरीति को बढ़ावा नहीं मिलेगा
✅ डेकोरेटर अब सिर्फ कलाकार नहीं, सामाजिक प्रहरी भी बनेंगे