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सावन की सोमवारी पर चंद्रचूड़ मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का महासागर!

आसनसोल, पश्चिम बंगाल – सावन के पवित्र महीने की तीसरी सोमवारी पर आसनसोल शिल्पांचल स्थित चंद्रचूड़ मंदिर में आस्था का अद्भुत नज़ारा देखने को मिला। सुबह 3 बजे से ही भक्तों की लंबी कतारें मंदिर प्रांगण में दिखाई दीं। हाथों में जल कलश, बेलपत्र, धतूरा और पुष्प लिए श्रद्धालु ‘हर हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के जयकारों के साथ मंदिर पहुंचे और शिवलिंग पर जलाभिषेक किया।

🕉️ पूरे शिल्पांचल में गूंजे शिव के जयकारे

सावन की सोमवारी भगवान शिव को प्रिय मानी जाती है। भक्तों का मानना है कि इस दिन भोलेनाथ की पूजा करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और इच्छाएं पूर्ण होती हैं। यही कारण है कि पूरे क्षेत्र से हजारों लोग, महिलाएं, युवा और बच्चे बड़ी श्रद्धा से इस दिन मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे।

🔸 मंदिर कमेटी की विशेष व्यवस्था

चंद्रचूड़ मंदिर समिति ने भीड़ को देखते हुए इस वर्ष विशेष प्रबंधन किए थे। जलाभिषेक के लिए अलग-अलग कतारें, पीने के पानी की व्यवस्था, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और साफ-सफाई की टीम तैनात की गई थी। समिति के सदस्य दीपक झा ने बताया, “इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या 25,000 से पार हो गई, लेकिन सब कुछ शांति और भक्ति के वातावरण में सम्पन्न हुआ।”

👮 प्रशासन रहा मुस्तैद

स्थानीय पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी। चंद्रचूड़ मंदिर के आस-पास सीसीटीवी कैमरे, महिला पुलिसकर्मी और यातायात नियंत्रण के लिए विशेष बल तैनात किए गए थे। वॉलंटियर्स और NCC छात्रों ने भी भक्तों को मार्गदर्शन में मदद की।

🙏 श्रद्धालुओं की भक्ति से गूंज उठा आसनसोल

श्रद्धालुओं में से एक वृद्ध महिला रुक्मिणी देवी ने कहा, “मैं पिछले 30 सालों से हर सोमवारी चंद्रचूड़ मंदिर आती हूं। भोलेबाबा की कृपा से मेरा पूरा परिवार सुखी और स्वस्थ है।” वहीं एक युवा भक्त अंशु सिंह ने कहा, “ऐसा भक्ति से भरा वातावरण और कहीं नहीं मिलता, ये अनुभव अलौकिक है।”

🕊️ आस्था, एकता और संयम का प्रतीक बना आयोजन

यह आयोजन सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। हर जाति, धर्म और वर्ग के लोग मिलकर भक्ति में लीन हुए और एकता का संदेश दिया। इसने सावन को सिर्फ एक धार्मिक त्योहार नहीं बल्कि सामाजिक सद्भावना और शांति का प्रतीक बना दिया।

📸 तस्वीरों में देखिए – मंदिर परिसर में हर तरफ भक्ति, रंग और आस्था का अद्भुत संगम।

📍 अगली सोमवारी को और भी बड़ी संख्या में भक्तों के जुटने की संभावना है। प्रशासन और मंदिर समिति दोनों तैयारियों में जुट चुके हैं।

ghanty

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