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मोदी के रोड शो से पहले दुर्गापुर में विरोधी पोस्टर, बंगाल गरमाया

दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुर्गापुर यात्रा से ठीक पहले गांधी मोड़ पर एक बड़ा राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। जहां से पीएम मोदी का रोड शो शुरू होने वाला है, ठीक उसी जगह पर एक बड़ा विरोधी पोस्टर लगाए जाने से राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है।

पोस्टर में लिखा गया है —
🗯️ “भौंथाबाज़ी सहेगा नहीं बंगाल, दुर्गापुर में बंद पड़ी केंद्रीय औद्योगिक इकाइयाँ कब चालू होंगी, मोदी तुम जवाब दो!”

इस पोस्टर में किसी भी राजनीतिक दल का नाम या लोगो नहीं है, जिससे यह तय नहीं हो पा रहा कि इसके पीछे कौन है। लेकिन इस विरोध की टाइमिंग और स्थान को लेकर बीजेपी के अंदर साफ तौर पर असहजता देखी जा रही है।

🔍 क्या है पूरा मामला?

प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को बिहार के मोतिहारी में जनसभा को संबोधित कर, पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर पहुंचने वाले हैं। यहां नेहरू स्टेडियम में वह एक विशाल जनसभा करेंगे और लगभग ₹5,400 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे।

उनका कार्यक्रम गांधी मोड़ से एक भव्य रोड शो के साथ शुरू होने वाला है, लेकिन उसी जगह पर लगे विरोधी पोस्टर ने माहौल को गरमा दिया है।

📌 पोस्टर से निकले बड़े सवाल:

▪️ केंद्र सरकार की बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों पर चुप्पी क्यों?
▪️ दुर्गापुर जैसे औद्योगिक हब में रोजगार के नए अवसर क्यों नहीं?
▪️ चुनावी साल में सिर्फ शिलान्यास या असली काम?

🔥 राजनीतिक हलचल और विपक्ष की प्रतिक्रिया:

इस पोस्टर के वायरल होते ही दुर्गापुर के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ता इसे “पूर्व नियोजित साजिश” बता रहे हैं, जबकि कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने पोस्टर को जनता की “न्यायपूर्ण आवाज़” बताया है।

हालांकि, अभी तक किसी भी पार्टी ने इस पोस्टर की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।

🧭 सार्वजनिक प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर चर्चा:

इस विरोधी पोस्टर की तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। ट्विटर और फेसबुक पर #ModiInDurgapur और #BengalProtests जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं।

🗨️ विश्लेषण:

यह विरोध स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि बंगाल में अब सिर्फ विकास योजनाओं की घोषणाएं काफी नहीं हैं, जनता जमीनी बदलाव और जवाबदेही की मांग कर रही है। पीएम मोदी की यात्रा अब सिर्फ सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि राजनीतिक परीक्षा बन गई है।

🔚 निष्कर्ष:

जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे बंगाल की सियासत और तीखी होती जा रही है। दुर्गापुर का गांधी मोड़ इस वक्त सिर्फ एक चौक नहीं, बल्कि जनता की आवाज़ और सत्ता के प्रति सवालों की चौराहा बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी यहां क्या जवाब देंगे — इस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं।

ghanty

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