कोलकाता (कसबा), पश्चिम बंगाल:
दक्षिण कोलकाता के प्रसिद्ध लॉ कॉलेज के कैम्पस में गुरुवार शाम से शुक्रवार तक चलती एक कथित गैंगरेप की घटना ने लोगों को झकझोरा दिया। पीड़िता द्वारा दर्ज शिकायत में बताया गया कि ये घटना 25 जून की रात 7:30 बजे से लेकर 10:50 बजे तक चली
🔍 आरोपी कौन-कौन?
- मनोजीत मिश्रा (31 वर्ष) – कॉलेज का पूर्व छात्र, यूनिट अध्यक्ष रह चुके हैं ।
- ज़ैब अहमद (19 वर्ष) – वर्तमान छात्र ।
- प्रमित मुखर्जी (20 वर्ष) – वर्तमान छात्र, मोबाइल फोन पुलिस ने कब्जे में लिया
दो आरोपियों को तलबागान क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार किया गया, जबकि तीसरे को उसके आवास से पकड़ा गया ।
🧪 जांच प्रक्रिया और पुलिस की कार्रवाई
- पीड़िता की मेडिकल जांच कर दी गई है, और गवाहों का बयान दर्ज किया गया।
- घटना स्थल पर फॉरेंसिक टीम की जांच जारी है। परिसर को सील कर प्रमाण-संग्रह किया जा रहा है ।
- आरोपियों को अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां उनकी 14 दिन की पुलिस हिरासत की मांग की गई थी—जिला न्यायालय ने आग तक हिरासत दी ।
🌐 राजनीति और सुरक्षा की बड़ी चर्चाएँ
इस मामले ने राज्य स्तरीय सियासी हंगामा भी खड़ा कर दिया। विपक्षी नेता सुवेंद्र अधिकारी ने आरोप लगाया:
“पूरी कोलकाता पुलिस रथयात्रा में लगी थी—वहीं, छात्रा को न्याय कहां मिलेगा? मुख्यमंत्री को भी इस्तीफा देना चाहिए” ।
इसके साथ ही, पुरानी घटना—साउथ कोलकाता लॉ परिसर, टीएमसी की संदिग्ध भूमिका, स्टाफ की उपस्थिति—इन सब पर सवाल खड़े हो गए हैं।
निष्कर्ष:
छात्रा से कॉलेज परिसर में गैंगरेप की यह वारदात न सिर्फ एक गंभीर अपराध है, बल्कि कॉलेज सुरक्षा की विफलता और पुलिस उपेक्षा पर भी गहरा सवाल खड़ा करती है। राजनीतिक रूप से भी इस घटना ने व्यापक हलचल मचा दी है।
आगे की कानूनी प्रक्रिया, फॉरेंसिक रिपोर्ट, और संभावित कॉलेज-स्तरीय जांच पर सबकी नज़र होगी।