पूर्व बर्धमान | विशेष रिपोर्ट
पूर्व बर्धमान के झुरझुरे पुल किनारे स्थित प्रांतिक सब्ज़ी बाज़ार में इस गुरुवार कुछ अलग ही नज़ारा देखने को मिला। तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने एक ओर जहां मौसम को ठंडा कर दिया, वहीं दूसरी ओर स्थानीय बाजार की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया।
🌧️ बाजार में सन्नाटा, सब्ज़ी वाले परेशान
बाजार आम दिनों की तरह चहल-पहल से भरा नहीं था। वार्ड 17 के विक्रेताओं ने बताया कि बारिश के कारण न केवल खरीदार कम आ रहे हैं, बल्कि हरी सब्जियां समय से पहले ही गल-सड़ जा रही हैं। इससे भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
🥦 सब्ज़ी के दाम स्थिर, लेकिन ग्राहक गायब
हालांकि आलू, परवल, भिंडी, साग जैसी हरी सब्जियों के दाम में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन ग्राहक आने से कतराते दिखे। एक गृहिणी का कहना था, “बारिश में बाजार आना मुश्किल है और जो सब्ज़ी मिलती है वो भी फ्रेश नहीं होती।”
🐟 मछली बाजार बना अपवाद
जहां सब्ज़ी बाजार में मंदी का माहौल है, वहीं मछली बाजार ने उम्मीद कायम रखी है। मछलियों की आमद कम जरूर हुई है, लेकिन बिक्री पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। खासकर देशी मछलियों के प्रति लोगों का रुझान बरकरार है।
💬 ग्राहक और दुकानदार दोनों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
- ग्राहकों का कहना है कि “अब तो हर चीज़ महंगी लगती है, ऊपर से बारिश में आने-जाने का खर्चा अलग।”
- वहीं दुकानदारों का दर्द है कि “अगर बारिश ऐसे ही चलती रही, तो हमें सब्ज़ियां फेंकनी पड़ेंगी।”
📣 प्रशासन से मांग
स्थानीय व्यापारियों ने नगर निगम से अपील की है कि बाजार में जलनिकासी व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए और सब्ज़ी मंडियों को टीन शेड जैसी सुविधा दी जाए, जिससे बारिश में कम से कम व्यापार प्रभावित न हो।