आसनसोल/बाराबनी:
आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत बाराबनी थाना परिसर में शनिवार को एक प्रेरणादायक और जनकल्याणकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष मौके पर “फिरे पावा स्कीम” के तहत गुम या चोरी हुए दर्जनों मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को सौंपे गए। जैसे ही लोगों को उनके खोए हुए मोबाइल मिले, उनके चेहरों पर खुशी, आश्चर्य और आभार की झलक देखने को मिली।
🔹 पुलिस की पहल से बढ़ा भरोसा
इस कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारी, बाराबनी थाना प्रभारी और क्षेत्र के विभिन्न जनप्रतिनिधि शामिल हुए। सुरक्षा बल और आम जनता के बीच विश्वास की डोर को मजबूत करने वाली इस पहल की सराहना चारों ओर हो रही है।
🔸 “फिरे पावा स्कीम” कैसे काम करती है?
“फिरे पावा” का अर्थ है “वापस पाया गया”। इस योजना के तहत नागरिकों द्वारा दर्ज कराए गए गुमशुदा या चोरी हुए मोबाइलों को तकनीकी माध्यम से ट्रैक किया जाता है। जब भी मोबाइल रिकवर होता है, पुलिस उसकी पहचान और वैधता की जांच कर संबंधित व्यक्ति को लौटा देती है।
🔶 लोगों ने जताया आभार
मोबाइल प्राप्त करने वाले नागरिकों ने बताया कि वे उम्मीद छोड़ चुके थे, लेकिन जब पुलिस ने कॉल कर सूचना दी तो खुशी के मारे विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने पुलिस प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस योजना से न सिर्फ उनका कीमती सामान वापस मिला, बल्कि पुलिस पर भरोसा और भी मजबूत हुआ।
🌱 अब तक कितने मोबाइल लौटाए गए?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बाराबनी थाना क्षेत्र में पिछले 6 महीनों में दर्जनों मोबाइलों को ट्रैक कर वापस लौटाया गया है। कमिश्नरेट स्तर पर इस स्कीम के अंतर्गत सैकड़ों मोबाइल नागरिकों को सौंपे जा चुके हैं।