बेंगलुरु: IPL इतिहास में पहली बार ट्रॉफी जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की घर वापसी पर जश्न का माहौल मातम में तब्दील हो गया। बुधवार शाम M. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हादसे की पुष्टि की है।
हजारों की संख्या में RCB समर्थक टीम के दीदार के लिए पहुंचे थे। Karnataka State Cricket Association (KSCA) द्वारा आयोजित फेलिसिटेशन कार्यक्रम के चलते भीड़ बेकाबू हो गई। कई लोग बिना पास स्टेडियम में घुसने की कोशिश करने लगे, कुछ दीवार फांदते भी दिखे।
स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। घायल लोगों को तुरंत बॉवरिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की, जबकि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इसे “जश्न से मातम” करार दिया।
भीड़ का उन्माद और मेट्रो का जाम:
घटना के असर से बेंगलुरु मेट्रो की भी हालत बिगड़ गई। पर्पल लाइन पर कई स्टेशन — जैसे SV रोड, इंदिरानगर, हलासुर और ट्रिनिटी — पर भीड़ इतनी थी कि मेट्रो को चेतावनी जारी करनी पड़ी:
“ट्रेन में भीड़ है, कृपया चढ़ने की कोशिश न करें। दरवाज़ों से दूर रहें।”
शहर के बीचों-बीच सड़कों पर ट्रैफिक जाम और डायवर्जन के कारण एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
RCB की जीत, लेकिन सुरक्षा में हार:
- इससे पहले ओपन-टॉप बस परेड को सुरक्षा कारणों से रद्द कर दिया गया था।
- प्रशासन की तैयारी सवालों के घेरे में है, क्योंकि भीड़ की संख्या का अनुमान नहीं लगाया गया।
- सोशल मीडिया पर लोग इसे “प्रशासनिक विफलता” बता रहे हैं।
संभावित अतिरिक्त जानकारी जो जोड़ी गई है:
- मरने वालों में कुछ नाबालिग भी शामिल होने की आशंका है।
- वीडियो फुटेज में कई लोगों को बेहोश हालत में पुलिसकर्मियों द्वारा उठाया जाता दिखा।
- KSCA और पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।