आसनसोल नगर निगम और रेलवे प्रशासन ने शहर के दो प्रमुख और लंबे समय से समस्याग्रस्त क्षेत्रों — सेनरेल ब्रिज और पांच माथा चौराहा — को जाम और जलभराव से निजात दिलाने के लिए संयुक्त सफाई अभियान की शुरुआत कर दी है। यह कार्य आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है।
🌧️ हर बारिश में डूबता था चौराहा और पुल:
लंबे समय से बरसात के दौरान जलभराव की समस्या यहां आम थी। इससे—
- ट्रैफिक घंटों जाम रहता था।
- पैदल चलने वाले लोगों को परेशानी होती थी।
- बिजली के खुले तार जानलेवा बन चुके थे।
🛠️ तीन मोर्चों पर काम तेज़ी से जारी:
कार्य | जिम्मेदार विभाग |
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नाले और जलनिकासी की सफाई | आसनसोल नगर निगम |
ब्रिज के नीचे जमा कचरे की हटाई | नगर निगम की सफाई टीम |
बिजली के तारों का निष्कासन | विद्युत विभाग और रेलवे संयुक्त |
🎯 लक्ष्य – मानसून से पहले कार्य पूरा:
नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है—
“हमारा प्रयास है कि मानसून शुरू होने से पहले पूरे क्षेत्र को जाम और जलभराव मुक्त बना दिया जाए।”
🧓 स्थानीय लोगों की राय:
- राजेश सिंह (दुकानदार): “हर साल बारिश में सड़क तालाब बन जाती थी, अब उम्मीद है राहत मिलेगी।”
- रुमा घोष (निवासी): “बिजली के तार हटाए गए हैं, अब डर नहीं लगता।”
🚦 ट्रैफिक विभाग भी हुआ सक्रिय:
- सड़क किनारे अतिक्रमण हटाया जा रहा है।
- वाहनों की आवाजाही को व्यवस्थित करने की योजना भी बनी है।
- ट्रैफिक पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का भी प्रस्ताव है।
🔚 निष्कर्ष:
सेनरेल ब्रिज और पांच माथा चौराहा अब जल्द ही अपनी पुरानी पहचान से छुटकारा पाने वाला है। यदि यह अभियान समय पर पूरा हुआ, तो यह पहल शहर में अन्य संकटग्रस्त इलाकों के लिए मॉडल बन सकती है।