कोल इंडिया लिमिटेड के कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांगों को लेकर आज एक बड़ी पहल हुई। नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (NFITU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं EPFO केंद्रीय बोर्ड के ट्रस्टी डॉ. दीपक जायसवाल ने कोलकाता स्थित कोल इंडिया मुख्यालय में चेयरमैन- सह प्रबंध निदेशक पी. एम. प्रसाद से मुलाकात की।
📋 मांग पत्र पर गंभीर चर्चा
इस महत्वपूर्ण बैठक में, श्री सनोज कुमार बेहेरा द्वारा 22 मई 2025 को प्रस्तुत विस्तृत मांग पत्र को लेकर चर्चा की गई।
👉 मांगों में वेतन विसंगति, सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन, कार्यस्थल पर सुरक्षा उपायों की कमी और कर्मचारियों के प्रमोशन में देरी जैसे मुद्दे शामिल थे।
चेयरमैन श्री पी. एम. प्रसाद ने सभी मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल सकारात्मक कार्यवाही के आदेश दिए। यह संकेत देता है कि आने वाले हफ्तों में कोल इंडिया प्रबंधन कोई बड़ा निर्णय ले सकता है।
👥 कौन-कौन रहे मौजूद?
- श्री रजनीश सेठ, वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेता, इंटक (ददई गुट)
- श्री बूम्बा मुखर्जी, अध्यक्ष, NFITU (पश्चिम बंगाल)
ये दोनों नेता भी बैठक में उपस्थित थे और उन्होंने कर्मचारियों की मांगों को जोरदार तरीके से रखा।
🌈 कर्मचारियों में उत्साह और उम्मीद
बैठक के बाद कर्मचारियों के बीच उत्साह देखा गया। NFITU की इस पहल को मज़दूर हित में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।
👉 कर्मचारियों ने आशा जताई कि अब उनकी आवाज़ न केवल सुनी जा रही है, बल्कि उस पर ठोस कार्रवाई भी होगी।
📣 डॉ. दीपक जायसवाल ने क्या कहा?
“श्रमिकों का हक़ दिलाना हमारा मिशन है। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक हर कोल इंडिया कर्मचारी को न्याय नहीं मिल जाता,” — डॉ. दीपक जायसवाल, NFITU अध्यक्ष व EPFO ट्रस्टी।
📌 संभावित सुधार की सूची:
क्रम | प्रमुख मांगें | संभावित समाधान |
---|---|---|
1 | वेतन विसंगति समाप्त करना | संशोधित वेतन संरचना लागू करना |
2 | पेंशन योजना सुधार | न्यूनतम पेंशन गारंटी |
3 | प्रमोशन में पारदर्शिता | समयबद्ध प्रमोशन कैलेंडर |
4 | कार्यस्थल सुरक्षा | अत्याधुनिक सेफ्टी सिस्टम |
📌 निष्कर्ष:
अब देखने वाली बात यह होगी कि कोल इंडिया प्रबंधन कब और कैसे इन मांगों पर कार्य करता है। लेकिन NFITU के इस कदम ने उम्मीद की नई किरण जरूर जगा दी है।