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भारत ने छोड़ा जापान को पीछे, बनी चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था!

नई दिल्ली |
भारत अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और इस बड़ी उपलब्धि पर न सिर्फ देश, बल्कि पूरी दुनिया से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस मौके पर जब हमारे संवाददाता ने मीडिया पर्सनैलिटी और इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल के इंटरनेशनल चेयरमैन संजय सिन्हा से बात की, तो उन्होंने इस उपलब्धि को “भारत का स्वर्ण क्षण” बताया, लेकिन साथ ही चुनौतियों की लंबी फेहरिस्त भी गिनाईं।

🇮🇳 जापान को पछाड़ा, अब टॉप-3 की तैयारी

संजय सिन्हा के मुताबिक, भारत की जीडीपी अब 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच चुकी है और सिर्फ अमेरिका, चीन और जर्मनी ही अब इससे आगे हैं। उनका अनुमान है कि “अगले ढाई से तीन साल में भारत जर्मनी को भी पीछे छोड़ देगा और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।”

🔧 निर्माण बना भारत की रीढ़

श्री सिन्हा का मानना है कि इस आर्थिक प्रगति का श्रेय निर्माण क्षेत्र को जाता है। उन्होंने बताया, “पिछले 11 सालों में केंद्र सरकार ने सड़क, रेल, बंदरगाह और आवास जैसे बुनियादी ढांचे में भारी निवेश किया है। इससे स्टील, सीमेंट, बिजली जैसे कोर सेक्टर को जबरदस्त बल मिला है।”

🌍 FDI और निवेश के बेहतर माहौल से भारत को मिला लाभ

उन्होंने कहा कि सरकार ने विदेशी निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया है, जिससे कई सेक्टरों को प्रत्यक्ष निवेश मिला और विकास की रफ्तार और तेज हो गई। सिन्हा ने यह भी जोड़ा कि “आज की वैश्विक आर्थिक स्थिति में भारत निवेश का हॉटस्पॉट बन चुका है।”

🛡 हथियार निर्माण में आत्मनिर्भर भारत की उड़ान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए संजय सिन्हा ने बताया कि भारत अब हथियारों के आयातक से निर्यातक बन चुका है। “ब्रह्मोस, आकाश जैसे आयुध आज दर्जनों देशों में इस्तेमाल हो रहे हैं। इससे भारत को न केवल सम्मान मिला है, बल्कि बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा भी आई है।”

⚙️ भविष्य की सबसे बड़ी चुनौती – ऑटोमेशन और रोजगार

संजय सिन्हा ने आगाह किया कि अब भारत को औद्योगिक क्रांति 4.0 के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा, “ऑटोमेशन से रोजगार की चुनौती बढ़ेगी, इसलिए सरकार को तकनीकी शिक्षा और श्रम आधारित रोजगार दोनों पर फोकस करना होगा।”

“निर्माण भारत की शक्ति है, लेकिन अब उसे गुणवत्ता और ऑटोमेशन की ओर बढ़ना होगा।”
संजय सिन्हा, इंटरनेशनल चेयरमैन, IEHRSC

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