बीएनआर मोड़ स्थित रवींद्र भवन में शुक्रवार को “बांग्ला संगीत मेला 2025” का भव्य शुभारंभ हुआ। तीन दिवसीय इस सुरमयी आयोजन की शुरुआत मशहूर उद्योगपति श्री सचिन रॉय द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर आसनसोल के कई गणमान्य अतिथि, सांस्कृतिक संगठन और आर्टिस्ट वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य उपस्थित थे।
🎤 तीन दिन, सुरों का संगम:
23, 24 और 25 मई तक चलने वाले इस आयोजन में हर दिन संगीत प्रेमियों के लिए कुछ नया होगा। शुक्रवार से रविवार तक शाम होते ही रवींद्र भवन सुरों की गूंज से भर जाएगा।
🎶 स्थानीय और बाहरी कलाकार मंच साझा करेंगे:
इस मेले में बंगाल के कोने-कोने से आए बाहरी कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय प्रतिभाएं भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगी। शास्त्रीय, लोक, रवींद्र संगीत और आधुनिक बांग्ला गीतों की प्रस्तुति होगी।
🌟 उद्देश्य: संस्कृति को संजीवनी और कलाकारों को मंच
श्री सचिन रॉय ने कहा,
“यह मंच कलाकारों के लिए संजीवनी है। बांग्ला संगीत को पहचान दिलाना और नई पीढ़ी को इससे जोड़ना हमारा लक्ष्य है।”
📸 पहले दिन की झलक:
- उद्घाटन कार्यक्रम में बांग्ला वाद्ययंत्रों की संगत में एक संगीतमय नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
- स्थानीय गायिका श्रीमती मोनाली सेन और बाहर से आए कलाकार प्रबीर घोषाल की युगल प्रस्तुति ने खूब तालियाँ बटोरीं।
📢 क्या है खास आगे:
- शनिवार को रवींद्र संगीत और बाउल गीतों की विशेष शाम।
- रविवार को युवा कलाकारों का प्रतियोगिता और सम्मान समारोह।
यह आयोजन न केवल संगीत प्रेमियों के लिए सौगात है, बल्कि सांस्कृतिक चेतना को फिर से जीवित करने की एक कोशिश भी है। “बांग्ला संगीत मेला 2025” निश्चित रूप से आसनसोल की सांस्कृतिक धरोहर में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है।