कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 100 से ज्यादा विधायक गैरहाजिर रहे। इस घटना से पार्टी नेतृत्व में नाराजगी बढ़ गई है, और अब अनुपस्थित विधायकों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि मुख्य सचेतक निर्मल घोष से अनुपस्थित विधायकों की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है, जिसके आधार पर पार्टी की अनुशासन समिति कार्रवाई तय करेगी।
⚡ पार्टी में मचा हड़कंप, विधायकों पर गिरेगी गाज?

TMC सूत्रों के मुताबिक, बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में विधायकों की गैरमौजूदगी से पार्टी हाईकमान बेहद चिंतित है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जब विधानसभा में होती हैं, तब विधायकों की हाजिरी लगभग 100% रहती है। लेकिन जैसे ही ममता बनर्जी नहीं आईं, 100 से ज्यादा विधायक भी सत्र से गायब हो गए।
📉 विधानसभा में विधायकों की गैरहाजिरी बनी बड़ी समस्या
विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दो दिनों (19 और 20 मार्च) के लिए TMC ने व्हिप जारी किया था।

- 19 मार्च: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा को संबोधित किया, और लगभग सभी विधायक उपस्थित रहे।
- 20 मार्च: बजट सत्र का आखिरी दिन, लेकिन मुख्यमंत्री अनुपस्थित थीं, और 100+ विधायक भी नहीं आए।
एक वरिष्ठ TMC विधायक ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा—
“हमारे पास 200 से ज्यादा विधायक हैं, फिर भी पार्टी के व्हिप के बावजूद सिर्फ 59 विधायक विधानसभा में थे! सौभाग्य से बीजेपी वॉकआउट कर गई, नहीं तो अगर वे वित्त विधेयक पर वोटिंग की मांग करते, तो हम हार सकते थे!”
🔥 स्पीकर और मंत्री भी नाराज, क्या होगी सख्त कार्रवाई?

सूत्रों के मुताबिक—
- स्पीकर विमान बनर्जी ने विधायकों के इस रवैये पर नाराजगी जताई।
- कई कैबिनेट मंत्री भी गैरहाजिर थे, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
- TMC के वरिष्ठ नेता इसे अनुशासनहीनता मान रहे हैं और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि मुख्य सचेतक निर्मल घोष की रिपोर्ट आने के बाद, अनुशासन समिति इस पर विचार करेगी और अनुपस्थित विधायकों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी।












