🌸 रंगों का महासंगम, भक्ति संगीत की गूंज और उत्साह से भरा माहौल!
आसनसोल ग्राम में इस बार दोल उत्सव पारंपरिक भव्यता के साथ मनाया गया, जहां ग्रामीणों ने पूरे हर्षोल्लास के साथ इस रंगोत्सव का आनंद लिया। रामसायर मैदान में आयोजित इस पर्व में नाच-गाना, भजन-कीर्तन और बंगाल के पारंपरिक लोकगीतों की गूंज से माहौल मंत्रमुग्ध हो गया।
🎭 रंगों में सराबोर हुआ आसनसोल ग्राम!

जैसे ही दोल उत्सव की शुरुआत हुई, वैसे ही लोग गुलाल और अबीर से एक-दूसरे को सराबोर करने लगे। हर ओर रंगीन धुएं का गुबार और भक्ति संगीत की मधुर धुनें माहौल को और भी पावन बना रही थीं। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो बंगाल की पारंपरिक होली का भव्य आयोजन आसनसोल में साकार हो गया हो।
💬 समाजसेवी सचिन राय ने दी शुभकामनाएँ

कार्यक्रम के आयोजक और समाजसेवी सचिन राय ने कहा—
“यह केवल रंगों का नहीं, बल्कि प्रेम, सौहार्द और एकता का पर्व है। हमारे पूर्वजों की परंपरा को जीवित रखते हुए हम इसे हर साल इसी जोश और उत्साह से मनाते हैं।”
💃 महिला शक्ति का उत्साह!
इस आयोजन में महिलाओं की भूमिका भी अहम रही। महिला आयोजक मीता राय ने कहा—
“दोल उत्सव का महिलाओं को बेसब्री से इंतजार रहता है। रंगों में सराबोर होकर, भजन-कीर्तन और पारंपरिक बांग्ला गीतों पर झूमकर हर कोई इस उत्सव का भरपूर आनंद उठाता है।”

🎉 अविस्मरणीय बना दोल उत्सव!
चारों ओर गुलाल में रंगे चेहरे, भक्ति संगीत की गूंज और आनंद से झूमते ग्रामीणों ने इस दोल उत्सव को एक अविस्मरणीय आयोजन बना दिया। इस पर्व ने गांव के सभी लोगों को एकता, प्रेम और आनंद के सूत्र में पिरो दिया।