आसनसोल: पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक और बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी माइनॉरिटी मोर्चा मंडल-2 की अध्यक्ष नाजनी सबीहा पर दो अलग-अलग वार्डों में मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने का गंभीर आरोप लगाया है। वहीं, बीजेपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और इसे “तृणमूल की घबराहट” बताया है।
🔴 तृणमूल का आरोप: एक व्यक्ति, दो वोटर कार्ड!

तृणमूल नेता अशोक रुद्र ने आरोप लगाया है कि नाजनी सबीहा का नाम आसनसोल नगर निगम के वार्ड 77 (मायका) और वार्ड 78 (ससुराल) दोनों में दर्ज है। उन्होंने इसे बीजेपी की “फर्जी वोटिंग” की साजिश करार देते हुए चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की।
“यह सिर्फ एक नाम का मामला नहीं है। वोटर लिस्ट की जांच में और भी ऐसे कई फर्जी नाम सामने आए हैं, जो बीजेपी की साजिश का हिस्सा हैं।” – अशोक रुद्र, TMC नेता

⚡ बीजेपी ने किया पलटवार, नाजनी सबीहा ने दी सफाई!
नाजनी सबीहा ने इन आरोपों को “राजनीतिक बदला” करार देते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही 77 नंबर वार्ड से अपना नाम हटाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन तकनीकी कारणों से वह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई।

“मैं दोबारा आवेदन देकर मायके वाले पते से अपना नाम कटवाऊंगी। यह सिर्फ एक प्रशासनिक गलती थी, जिसे अब राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है।” – नाजनी सबीहा, बीजेपी नेता
🗳️ चुनाव आयोग की होगी अगली परीक्षा?
इस विवाद ने पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या वाकई मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेरफेर हुआ है, या फिर यह महज चुनावी आरोप-प्रत्यारोप है? अब सबकी नजरें चुनाव आयोग की जांच पर टिकी हैं।